Edited By Lata,Updated: 01 Mar, 2020 04:00 PM
कहते हैं कि जहां चार बर्तन होंगे वहां आवाज़ तो आएगी ही यानि कि जिस घर में जितने लोग होंगे उतनी
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कहते हैं कि जहां चार बर्तन होंगे वहां आवाज़ तो आएगी ही यानि कि जिस घर में जितने लोग होंगे उतनी अधिक नोक-झोंक तो होती ही रहेगी। लेकिन वहीं अगर ये नोक-झोंक लड़ाई का रूप ले तो वह बिलकुल भी ठीक नहीं होगा। अक्सर ऐसा देखा गया है कि कई घरों में तमाम अभावों के बावजूद दांपत्य जीवन बढ़िया चलता है, जबकि कई घरों में खूब ऐशो-आराम होने के बाद भी छोटी-छोटी बातों पर कलह का वातावरण रहता है। इसके पीछे का कारण वास्तु दोष हो सकता है और इसकी शुरुआत पति-पत्नी के कमरे से हो सकती है। जी हां, अगर बेडरूम सही दिशा में नहीं होगा तो भई रिश्ते में खटास आनी शुरू हो जाती है। चलिए बताते हैं आपको वास्तु के अनुसार बेडरूम से जुड़े कुछ नियम और रोचक जानकारी।
वास्तुशास्त्र के अनुसार पति-पत्नी अपनी विवाहिक जिंदगी को जीने के लिए प्रेम और आकर्षण की दिशा उत्तर या उत्तर-पश्चिम के क्षेत्र में अपना शयनकक्ष बना सकते हैं। इस दिशा में कमरा होने से उनके आपसी संबंधों में प्रगाढ़ता आती है, जिससे जीवन में प्रेम बना रहेगा।
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आपसी संबंधों में सकरात्मकता लाने के लिए दक्षिण-पश्चिम में बेडरूम होना चाहिए। इससे पति-पत्नी लगातार अपने-अपने कार्यों में सफलता हासिल करते हैं और दोनों मिलकर अपने परिवार का ध्यान रखते हैं।
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पश्चिम जोन लाभ और प्राप्तियों का है, इसलिए इस जोन में बना बेडरूम दंपति को जीवन के हर क्षेत्र में लाभ और धन की प्राप्ति करवाता है।
पति-पत्नी को उत्तर-पूर्व दिशा के कमरे में या इस दिशा की ओर बेड लगाने से परहेज करना चाहिए। ऐसा न करनेपर दोनों एक-दूसरे की बुराइयां और कमियां ढ़ूंढने में ही लगे रहते हैं। साथ ही इस कोण में शयनकक्ष होने से बेवजह का खर्च भी बढ़ता है, क्योंकि आग्नेय कोण में सोने पर क्रोध अपनी चरम सीमा पर होता है।
क्या करें, क्या न करें
कभी भी बेड को बीम के नीचे नहीं लगाना चाहिए। बीम अलगाव का प्रतीक होता है। यदि ऐसा करना संभव न हो, तो बीम के नीचे बांसुरी या विंड चाइम लटका देना चाहिए।
वास्तु के अनुसार बेडरूम में आईना नहीं होना चाहिए। यदि है तो सोते वक्त उसे ढककर अवश्य रखें।
बेडरूम में फर्नीचर लोहे का और आकार में धनुषाकार, अर्धचंद्राकार या वृत्ताकार नहीं होना चाहिए। आयताकार, चौकोर लकड़ी के फर्नीचर ही वास्तु में शुभ माने गए हैं।
वास्तु दोष से बचने के लिए कमरे में लाइट बहुत तेज नहीं होनी चाहिए और न ही पलंग पर सीधा प्रकाश पड़ना चाहिए। प्रकाश हमेशा पीछे या बाई ओर से आना चाहिए।