Edited By Jyoti,Updated: 14 Apr, 2019 03:30 PM
अगर कोई व्यक्ति इस दिशा के गलत प्रयोग के कारण वास्तु दोषों से ग्रस्त किसी मकान में रह रहा है तो कुछ सुझावों को अपनाकर उन दोषों के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति पाई जा सकती है।
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अगर कोई व्यक्ति इस दिशा के गलत प्रयोग के कारण वास्तु दोषों से ग्रस्त किसी मकान में रह रहा है तो कुछ सुझावों को अपनाकर उन दोषों के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति पाई जा सकती है।
अग्नि तत्व के असंतुलन से परिवार के सदस्यों को स्वस्थ्य संबंधी, वैवाहिक, और पैसों की परेशानियां हो सकती हैं। इन खतरों को कम करने के लिए अग्नि तत्व को शांत करना आवश्यक है। इसके लिए दक्षिण-पूर्व कोण में सरसों के तेल का दिया जलाना चाहिए।
OMG ! क्या वास्तु से भी कैंसर हो सकता है ?
सूर्योदय के समय दक्षिण-पूर्व कोण में पूर्व की ओर मुंह करके गायत्री मंत्र का जाप करने से भी लाभ होता है।
मकान के सभी कमरों में इस दिशा को नियंत्रित रखकर मकान के दक्षिण-पूर्व कोण में मौजूद किसी भी वास्तु दोष का निवारण किया जा सकता है। वाशिंग मशीन, फ्रिज आदि को दक्षिण-पूर्व कोण में रखने से भी वास्तु दोष दूर हो सकते हैं।
कहा जाता है कि झाड़ू-पोंछे या डस्टबिन को खुले में रखने से घर में पॉजिटिव एनर्जी की जगह नेगेटिव एनर्जी आने लग जाती है और इसके साथ ही घर में कई तरह की बीमारी फैलने का डर बना रहता है। इसलिए झाड़ू-पोंछे को खुले में नहीं रखना चाहिए, इसे हमेशा सब से छुपा के रखना ही सही रहता है।