Edited By Jyoti,Updated: 11 Aug, 2020 02:47 PM
अमीर किसे कैसे कहते हैं? ये ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर लगभग सभी के पास एक ही है। जी हां, आप सही सोच रहे हैं। सभी का ये मानना है कि जिसके पास अधिक पैसा है, वहीं अमीर कहलाता है।
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अमीर किसे कैसे कहते हैं? ये ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर लगभग सभी के पास एक ही है। जी हां, आप सही सोच रहे हैं। सभी का ये मानना है कि जिसके पास अधिक पैसा है, वहीं अमीर कहलाता है। मगर आपको बता दें ऐसा नही है। पैसे के अलावा ऐसी और कई चीज़ें हैं जो इंसान को अमीर बनाती हैं। हम जानते हैं आप में से बहुत से लोग इस सोच में पड़ जाएंगे भला वो कौन सी चीज़ है जो पैसे से भी बढ़कर होती है। तो आपको इससे जुड़ी जानकारी देते हुए बताते हैं कि आपके इस प्रश्न का उत्तर महात्मा विदुर जी के पास है। महाभारत काल में एक खास भूमिका निभाने वाले महात्मा विदुर अपने बु्द्धि और ज्ञान के लिए आज भी जाते हैं। इनकी नीतियों ने न केवल उस समय में बल्कि आज भी उपयोगी हैं। क्योंकि इसमें मानव जीवन से जुड़ी ऐसी बहुत सी बातें बताई हैं, जो अगर इंसान अपनाता है तो उसे फायदा ही फायदा होता है। तो चलिए बात करते हैं उन चीज़ों के बारे में जो पैसों से बढ़कर होती हैं, और जिसके पास ये होती हैं वो अमीर व्यक्ति कहलाता है। इतना ही नहीं, जिसके पास ये चीज़ें होती हैं उसका भाग्य चमक जाता है।
मीठी वाणी
विदुर जी के अनुसार जिस व्यक्ति के पास मीठी वाणीह होती है। उस पर हमेशा सरस्वती मां की कृपा रहती है। ऐसे लोग अपने जीवन में कठिन कठिन समय से बहुत आसानी से निकल जाते हैं। अपनी मीठी वाणी से किसी का भी दिल जीतने में सक्षम होते हैं। इसके विपरीत जो लोग हमेशा बुरे और कटु वचन बोलते हैं, ऐसे लोग समाज में कभी मान-सम्मान हासिल नहीं कर पाते। ये अपने कटु वचनों का कारण अपने चरित्र को भी बुरा बना लेते हैं, जिस कारण कोई इनसे रिश्ता रखना पसंद रखता है। इसलिए अगर आप मीठी वाणी रखते हैं तो आप अमीर कहलाते हैं। क्योंकि मधुर वाणी बोलने वाला मनुष्य अपनी ज़रूरत को किसी की तृष्णा में परिवर्तित कर सकता है, साथ ही अपना भाग्य बदल सकता है।
आज्ञाकारी संतान
आज कल के दौर में आज्ञाकारी संतान होना किसी दौलत से कम नहीं है। क्योंकि मार्डेन जमान में बच्चे अपने मन से चीज़ें करनी पसंद करते हैं। ऐसे में जिन लोगों के पास ऐसी संतान होती है जो अपने मां-बाप की हर बात मानती है उसकी तुलना महात्मा विदुर ने उस सुगंधित पुष्प से करते हैं जो समस्त उपवन को अपनी खूशबू की महका देता है। तो वहीं अगर संतान आज्ञाकारी न हो तो वो अपने साथ-साथ समस्त कुल का भी नाश कर देती है।
निरोगी काया
इस समय लोगों को जहां एक तरफ़ कोरोना अपनी चपेट में ले रहा है तो वहीं बहुत से लोग अन्य रोगों से जुझ रहे हैं। ऐसे में जिन लोगों की काया निरोगी है वो धनवान कहलाते हैं। क्योंकि रोगों से घिरे मनुष्य का शरीर कमज़ोर पड़ जाता है। तो वहीं बीमार व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक शक्तियां नष्ट हो जाती हैं। तो वहीं बार-बार बीमार होने से व्यक्ति का संचित धन का भी धीरे-धीरे नुक्सान होता है।