Kundli Tv- दशहरे में कर लें ये उपाय, कोई भी नहीं कर पाएगा बाल-बांका

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Oct, 2018 10:39 AM

vijaydishami special

शुक्रवार तारीख19.10.18 को आश्विन शुक्ल दशमी पर दशहरा पर्व मनाया जाएगा। शारदीय नवरात्र के विसर्जन में देवी अपराजिता अर्थात विजया का पूजन कर विसर्जन किया जाता है। इसी कारण इसे विजय दशमी भी कहते हैं।

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शुक्रवार तारीख19.10.18 को आश्विन शुक्ल दशमी पर दशहरा पर्व मनाया जाएगा। शारदीय नवरात्र के विसर्जन में देवी अपराजिता अर्थात विजया का पूजन कर विसर्जन किया जाता है। इसी कारण इसे विजय दशमी भी कहते हैं। इस दिन शस्त्र-पूजा करने का विधान है। दशहरा दस पापों व दस विकारों का शमन करता है। यह पर्व दस दिशाओं व दशदिग्पाल का सूचक है। इस दिन यज्ञ के लिए शमी व पीपल की दो टहनियों से अग्नि उत्पन्न करने का विधान है। इस दिन नवग्रह को शांत रखने के लिए शमी व पीपल की लकड़ी का विशेष महत्त्व है। इस दिन सर्वकार्य सिद्धिदायक 'विजय' मुहूर्त होता है। विजयदशमी पर दुर्गा के साथ राम-दरबार का विधिवत पूजन करने का विधान है। दशहरे के विशेष पूजन व उपाय से हर क्षेत्र में विजय मिलती है व दुर्घटनाओं से मुक्ति मिलती है।

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स्पेशल पूजन विधि: पूजा घर में गुलाबी कपड़ा बिछा कर उस पर देवी अपराजिता सहित राम-दरबार का चित्र रख कर विधिवत पूजन करें। चमेली के तेल का दीप करें, लोबान धूप करें, पीपल का पत्ता व शमीपत्र चढ़ाएं। काजल, लौंग, उड़द, राई, काली मिर्च व सिक्के चढ़ाएं तथा नारियल अर्पित करें। इस विशेष मंत्र का 1 माला जप करें। कंजक पूजन के लिए कंध मूल सब्जी, पूड़ी, रायता व हलवा 10 पकवान का भोग लगाएं तथा 1 माला इस विशेष मंत्र का जप करें। तत्पश्चात कंजक पूजन कर कन्याओं के पांव धोकर उन्हें प्रसाद खिलाकर कंजक पूजन कर दक्षिणा दें। फिर स्थापित कलश का  पूजन करने के बाद नारियल व रोपे हुए जौंव सहित संपूर्ण सामाग्री का विसर्जन करें। जलप्रवाह करें या पीपल के नीचे रखें या गरीब को दान दें। 

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प्रातः पूजन मुहूर्त: प्रातः 07:45 से प्रातः 08:45।

कंजक पूजन मुहूर्त: सुबह 10:58 से दिन 13:02 तक। 

विजय मुहूर्त: दिन 13:58 से दिन 14:43 तक।

अपराह्न पूजन मुहूर्त: दिन 13:15 से 14:15 तक।

विसर्जन मुहूर्त: दिन 14:15 से दिन 15:15 तक।

विजयदशमी पूजन मंत्र: ॐ विजयायै नमः॥

अपराजिता पूजन मंत्र: ॐ परितुष्टा जगद्धात्री प्रत्यक्षं प्राह चंडिका नमोऽस्तु ते॥

हर क्षेत्र में विजय पाने के लिए: देवी अपराजिता पर 10 सूखे हुए शमीपत्र चढ़ाएं।

दुर्घटनाओं से मुक्ति पाने के लिए: सिंदूर से रंगे 10 लौंग सिर से वारकर जला दें।

गुड हेल्थ के लिए: देवी अपराजिता पर मिश्री चढ़ाकर सेवन करें।

गुडलक के लिए: राम दरबार के चित्र पर फलों का रस चढ़ाएं।

विवाद टालने के लिए: देवी अपराजिता पर चढ़े 6 सूखे धनिया के दाने कर्पूर से जला दें।

नुकसान से बचने के लिए: पान के पत्ते पर 10 लौंग रख कर राम दरबार के चित्र पर चढ़ाएं।

प्रोफेशनल सक्सेस के लिए: शमी पत्र पर सिंदूर लगाकर देवी अपराजिता पर चढ़ाएं। 
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एजुकेशन में सक्सेस के लिए: लाल चुनरी में मिश्री बांध कर देवी मंदिर में चढ़ाएं। 

बिज़नेस में सफलता के लिए: राम दरबार के चित्र पर 10 कागज़ी बादाम चढ़ाएं।

पारिवारिक खुशहाली के लिए: 10 अक्षत हाथ में लेकर "ॐ सुदिनायै नमः" मंत्र का जाप करें।

लव लाइफ में सक्सेस के लिए: लौंग हाथ में लेकर "ॐ कामाक्ष्यै नमः" मंत्र का जाप करें।
PunjabKesariमैरिड लाइफ में सक्सेस के लिए: देवी अपराजिता पर चढ़ी गुलाबी कांच की चूड़ियां गरीब कन्या को दान दें।

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com
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