Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Apr, 2020 08:37 AM
आज 19 अप्रैल, रविवार से सप्ताह का आरंभ हो रहा है। 25 अप्रैल तक क्या फलादेश रहने वाला है। आएं जानें, इस हफ्ते क्या कहते हैं आपके सितारे? कैसी रहेगी
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Weekly Horoscope in Hindi: आज 19 अप्रैल, रविवार से सप्ताह का आरंभ हो रहा है। 25 अप्रैल तक क्या फलादेश रहने वाला है। आएं जानें, इस हफ्ते क्या कहते हैं आपके सितारे? कैसी रहेगी फाइनेंशियल कंडीशन, फैमिली लाइफ, जॉब, बिजनेस और लव लाइफ। ज्योतिष विद्वानों का मानना है की इस हफ्ते ग्रह-नक्षत्रों की चाल देने वाली है बहुत सारे लाभ।
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काम की बातें
जिस परिवार में शिशु जन्म लेते ही मर जाते हों, उस घर में बच्चों के जन्म के समय मिठाई के स्थान पर नमकीन बांटनी चाहिए।
बस, नाव अथवा रेल आदि के द्वारा गंगा, यमुना नदी के ऊपर से जाते समय जल में एक रुपए का सिक्का अवश्य डालना चाहिए। इससे समस्त परिवार की सुरक्षा होती है।
कृतिका नक्षत्र में लोहे की अंगूठी पहनने से भूत-प्रेत, जादू-टोना, नजर एवं मूठादि का भय नहीं रहता है।
रवि पुष्य योग में काले धतूरे की जड़ धारण करने से हिंसक पशुओं का भय दूर हो जाता है।
रवि पुष्य योग में ही बांस की जड़ जलाकर उसे कान पर धारण करने से शत्रु का भय मिट जाता है।
निर्गुंडी की जड़ अथवा मोर पंख घर में रख देने से सर्प कभी भी घर में प्रवेश नहीं करता। लहसुन की गांठ का भी यही उपयोग है।
केवड़ा की जड़ कान पर धारण करने से शत्रु का भय मिट जाता है।
फिरोजा पहनने वाले को विषैले जंतुओं का कभी कोई भय नहीं रहता।
दाएं हाथ की मध्य उंगली में लोहे की अंगूठी पहनने से पथरी रोग दूर हो जाता है।
आंवले की जड़ आश्लेषा नक्षत्र में दाहिनी भुजा पर धारण करने से व्यक्ति को राजकोप का कोई भय नहीं रहता।
तिल्ली का रोग दूर करने के लिए छोटी प्याज की माला गले में डालनी चाहिए।
मिर्गी का रोग दूर करने के लिए जायफल के 21 दानों की माला लाल रेशमी धागे में बनाकर गले में डालनी चाहिए।
कमल के बीजों को चावल के साथ बकरी के दूध में पीसकर घी में हलुवा या खीर बनाकर खाएं। इसका सेवन करने से कई दिनों तक भूख का अनुभव नहीं होगा।