रविवार को पीपल पर जल क्यों नहीं चढ़ाना चाहिए?

Edited By Lata,Updated: 22 Apr, 2019 05:49 PM

why should not water on peepal on sunday

आज के समय में हर किसी को चाहिए कि वह एक न एक पेड़ अवश्य लगाएं। यह पर्यावरण के लिए बेहद जरूरी हो चुका है।

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आज के समय में हर किसी को चाहिए कि वह एक न एक पेड़ अवश्य लगाएं। यह पर्यावरण के लिए बेहद जरूरी हो चुका है। हिंदू धर्म में पीपल को बेहद शुभ वृक्ष के रूप में माना गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि लोक मान्यता है कि पीपल के वृक्ष में शनिदेव का वास होता है। इसलिए लोग कई बार पीपल के वृक्ष में जल देते हैं। तो चलिए पीपल पर जल देने के फायदे के बारे में बात करते हैं।
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पीपल में जल देने के पीछे एक मान्यता यह भी है कि ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है और इसके साथ ही आरोग्यता का वरदान भी मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस दिन पीपल के वृक्ष में जल नहीं चढ़ाना चाहिए? अगर नहीं तो आइए जानें-
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गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि “मैं वृक्षों में पीपल हूं।” पीपल के जड़ में ब्रह्मा जी, बीच में भगवान विष्णु और सबसे ऊपरी भाग में शिव का वास होता है। वहीं स्कंदपुराण के अनुसार पीपल के जड़ में विष्णु, बीच में श्रीकृष्ण, डालियों में भगवान विष्णु और फलों में सभी देवताओं का निवास होता है। इसके अलावा आम जीवन में भी वृक्षों में देव-वास की अवधारणा की बात कही गई है। इसी कारण धार्मिक दृष्टिकोण से भी पीपल के वृक्ष को देवता मानकर पूजा जाता है।
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शास्त्रों के मुताबिक शनिवार को पीपल के वृक्ष में लक्ष्मी का वास होता है। इस दिन पीपल में जल चढ़ाना बेहद शुभ माना गया है। लेकिन वहीं दूसरी ओर शास्त्रों में रविवार के दिन पीपल में जल चढ़ाना निषेध बताया गया है। माना जाता है कि इस दिन पीपल में जल देने से धन की हानि होती है और पैसों की तंगी बनी रहती है। इसके अलावा भी पीपल के पेड़ को काटना धार्मिक दृष्टि से अशुभ माना गया है।

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