Edited By Jyoti,Updated: 10 Oct, 2019 11:34 AM
अगर बात करें व्यक्ति के अमीर गरीब होने की तो लोगों का कहना है कि ये बात हमारे यानि व्यक्ति पर निर्भर करता है। क्योंकि किसी भी चीज़ को पाने के लिए परिश्रम करना अति आवश्यक होता है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अगर बात करें व्यक्ति के अमीर गरीब होने की तो लोगों का कहना है कि ये बात हमारे यानि व्यक्ति पर निर्भर करता है। क्योंकि किसी भी चीज़ को पाने के लिए परिश्रम करना अति आवश्यक होता है। इसलिए ऐसा माना जाता है अधिक मेहनत करने वाले लोग अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर लेते हैं तो वहीं मेहनत करने से कतराने वालों के सपन अधूरे ही रह जाते हैं। मगर आप लोगों में से कुछ ने देखा होगा कि कुछ लोग अपने जीवन में अधिक परिश्रम भी नहीं करत परंतु उनके पास पैसों के साथ-साथ ऐशो-आराम की हर वो चीज़ होती है जिसे पाने के कुछ लोग केवल सपने ही देखते रह जाते हैं और अपनी किस्मत को कोसते हैं। इस सबके बाद प्रत्येक इंसान के दिमाग में एक ही सवाल आता है कि आखिर क्यों उनको उनकी मेहनत का फल नहीं मिल पाता। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि इसके पीछे का कारण क्या है।
अमीर होना ये बात जितनी हमारे द्वारा की गई मेहनत पर निर्भर करती है। उतनी ही ये बात निर्भर करती है कुंडली के ग्रहों पर। जी हा, आप में से कुछ लोग इस बात पर विश्वास नहीं करेंगे कि भला कुंडली का व्यक्ति के अमीर गरीब होने से क्या संबंध। तो जान लें ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसका बहुत गहरा संबंध होता है। ज्योतिष विद्वानों के मुताबिक किसी भी व्यक्ति की कुंडली को देखकर पता लगाया जा सकता है कि उसकी किस्मत में कभी अमीर बनने का योग है या नहीं। क्योंकि कहा जाता है असल में हमारी कुंडली के ही कुछ विशेष योग होते हैं जो हमारे अमीर-गरीब बनाते हैं। तो आइए आपके इंतज़ार को और न बढ़ाते हुए जानते हैं कि कौन से होते हैं ये स्पेश्ल योग जिससे ये अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि हम कब अमीर बन सकते हैं।
कहा जाता है कुंडली का दूसरा भाव धन के लिए उत्तरदायी होता है। तो अगर किसी की कुंडली में शुभ ग्रह होता है तो उसे धन की प्राप्ति होती है। इससे उसके जल्दी अमीर बनने के योग बनते हैं।
जिस जातक के दूसरे भाव में बुध और चंद्रमा की दृष्टि होती है ऐसे व्यक्ति आसानी से अमीर नहीं बन पाते हैं। इन्हें अपने जीवन में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
जिस किसी की कुंडली के दूसरे भाव में सिर्फ चंद्रमा हो वो लोग अपनी मेहनत के दम पर जल्द ही अपने कार्य में सफलता प्राप्त करते हैं और धनवान बन जाते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक दूसरे भाव के चंद्रमा पर बुध की दृष्टि पड़ रही हो तो ऐसे लोग कंगाल हो जाते हैं इनकी पारिवारिक संपत्ति भी खत्म हो जाती है।
जिस जातक की कुंडली में चंद्रमा अकेला हो, अन्य कोई ग्रह उससे द्वितीया या द्वादश भाव में न हो तो वह उम्र भर गरीब रहता है। बल्कि कहा जाता ऐसे लोग चाहे अपने जीवन में कितनी भी मेहनत कर लें, वह पैसा नहीं कमा पाते। इसके अलावा जिस किसी की कुंडली के दूसरे भाव में किसी पाप ग्रह की नजर हो तो वो भी ताउम्र गरीब ही रहता है।
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य और बुध दूसरे भाव में स्थित हो तो ऐसे लोगों के पास भी पैसे नहीं टिकते हैं।