तस्वीरों में करें देश-विदेश में मौजूद हनुमान जी की खूबसूरत प्रतिमाओं के दर्शन

Edited By ,Updated: 15 Sep, 2015 10:48 AM

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ज्ञानियों में अग्र श्री रामदूत सेवक हनुमान जी को अपने प्रभु के गौलोक गमन से पहले यही आज्ञा थी कि वह उनके उपरांत यहीं पृथ्वी लोक में विराज प्रभु भक्तों, धर्मानुरागी जीवों की रक्षा करेंगे। तब से आज तक स्वामी भक्त, कर्तव्य परायणी हनुमान जी निष्ठा से...

ज्ञानियों में अग्र श्री रामदूत सेवक हनुमान जी को अपने प्रभु के गौलोक गमन से पहले यही आज्ञा थी कि वह उनके उपरांत यहीं पृथ्वी लोक में विराज प्रभु भक्तों, धर्मानुरागी जीवों की रक्षा करेंगे। तब से आज तक स्वामी भक्त, कर्तव्य परायणी हनुमान जी निष्ठा से अपने प्रभु की आज्ञा शिरोधार्य कर उनके भक्तों की सेवा में सदैव तत्पर हैं। अजर-अमर भक्त हनुमान जी की बहुत सी विशाल प्रतिमाएं और मंदिर  देश-विदेश में मौजूद हैं। आईए जानें उनका वृतांत और करें तस्वीरों में उनके दर्शन
 
दक्षिण अमेरिका में कारपीछेमा के ऑरेंज फील्ड रोड पर दत्तात्रेय मंदिर परिसर में हनुमान जी की प्रतिमा औसतन 85 फीट ऊंची है। जोकि 2003 में बनकर तैयार हुई और इसे बनाने में 2 वर्ष का समय लगा। 
 
गुजरात के मुख्य आकर्षणों में से एक है गांधीनगर से 10 कि.मी. दूर वसनीय महादेव मंदिर के सामने अवस्थित है हनुमान जी की प्रतिमा जो औसतन 53 फीट ऊंची है।
 
मध्‍यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में शहर से 15 किमी की दूरी पर सिमरिया क्षेत्र में101 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है। इसके अतिरिक्त यहां भगवान शिव और बहुत से हिंदू देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी हैं।
 
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा शहर में 2003 में 135 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की गई। जिसका नाम वीर अभय अंजनी हनुमान स्वामी रखा गया। कहते हैं यह प्रतिमा रियो डी जनेरियो में क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमा से भी ऊंची है।
 
डरबन के चैट्सवर्थ क्षेत्र में भगवान विष्णु का मंदिर है। उसी मंदिर के परिसर में हनुमान जी की औसतन 15 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। जोकि बहुत ही खूबसूरत है। इस प्रतिमा को दिसंबर 2010 में स्थापित किया गया था। दक्षिण अफ्रीका में भारतवासियों के रहते जब 150 वर्ष का जश्न मनाया गया उस समय इस प्रतिमा का निर्माम करवाया गया।
 
शिमला में अवस्थित जाखू नाम की पहाड़ी पर स्थापित जाखू मंदिर बहुत सी बातों के लिए विश्व विख्यात है। शिमला से औसतन 2455 मी. की चोटी पर स्थापित है यह मंदिर। इसी मंदिर में 108 फीट लंबी हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है। जोकि यहां 2010 में स्थापित की गई।
 
पंजाब के अमृतसर शहर में 12 कि.मी. की दूरी पर राम तीर्थ नाम का स्थान है जो ऋषि वाल्मीकि जी का निवास स्थल माना जाता है। यहां माता सीता श्रीराम के त्यागे जाने के बाद रही थी। यहीं पर उन्होंने अपने पुत्रों लव और कुश को जन्म दिया था। यहीं पर हनुमान जी की 80 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। यह प्रतिमा भारत की सबसे बड़ी हनुमान प्रतिमायों में से एक है।
 
महाराष्ट्र के बुलढाना जिले में नन्दुरा नाम का छोटा सा क्षेत्र है जहां संसार की तीसरी हनुमान जी की सबसे बड़ी प्रतिमा जो लगभग 105 फीट ऊंची है नेशनल हाई-वे नं. 6 के पास स्थापित है। 

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