Edited By Riya bawa,Updated: 19 Aug, 2019 05:13 PM
हर जीवन की कहानी एक सी नहीं होती...
नई दिल्ली: हर जीवन की कहानी एक सी नहीं होती, लेकिन किसी मोड़ पर कुछ ऐसा होता है जिससे पूरी कहानी बदल जाती है। कुछ ऐसे भी होते हैं जो बेहद कम उम्र में बहुत सारी उपलब्धियां हासिल कर लेते हैं। इन्हीं होनहारों में से एक हैं सुषमा वर्मा। बता दें सुषमा वर्मा की उम्र इस समय मात्र 19 साल है। सुषमा ने महज 15 की उम्र में पोस्ट ग्रैजुएशन कर रिकॉर्ड बनाया और एक उपलब्धि अपने नाम की है।
सुषमा को पांच स्टूडेंट्स समेत यूजीसी की नेशनल फ़ेलोशिप समेत फॉर अदर बैकवर्ड क्लासेस के लिए चुना गया है। सबसे खास बात है कि छोटी उम्र में अपनी स्कूल पढ़ाई और पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए सुषमा का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में भी नाम दर्ज हो चुका है।
इस समय सुषमा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में रिसर्च कर रही है। इस प्रोजेक्ट पर रिसर्च करते उन्हें चार साल हो गए है। सुषमा का कहना है कि उनकी रिसर्च फेलोशिप का मुख्य उद्देश्य एमफिल और पीएचडी कर रहे ओबीसी स्टूडेंट्स की आर्थिक सहायता करना है। परिवार की बात करे तो सुषमा के पिता तेज बहादुर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में अस्सिटेंट सुपरवाइजर का काम करते है।
गौरतलब है कि जब सुषमा मात्र पांच साल की थी तब उन्होंने ने नौवीं कक्षा में दाखिला लिया था। बारहवीं कक्षा में वह दस साल की थी। सुषमा इस समय फेलोशिप पाकर बहुत खुश है। उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि इस फ़ेलोशिप से उनके रिसर्च में बहुत मदद होगी।
जानिए चुने गए फेलोशिप स्टूडेंट्स
मोनिका पटेल
सुनीता ठाकुर
सना असलम
ऋचा वर्मा