Edited By Sonia Goswami,Updated: 12 Jul, 2018 11:27 AM
बाल अधिकारों के लिए काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन के अध्ययन में सामने आया है
नई दिल्लीः बाल अधिकारों के लिए काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन के अध्ययन में सामने आया है कि शहरी दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में 15 से 18 साल के किशोरों में 23 फीसदी बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं और इसी उम्र समूह के पांच प्रतिशत बच्चों ने कभी किसी स्कूल में दाखिला नहीं लिया।
चाइल्ड राइट्स एंड यू (क्राई) ने 2011 की जनगणना का हवाला देते हुए कहा है कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में 15-18 साल उम्र के 13,56,031 किशोर हैं। ग्रामीण दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में इस उम्र समूह के करीब 24 प्रतिशत किशोर बीच में ही स्कूल की पढ़ाई छोड़ देते हैं जबकि पांच प्रतिशत कभी स्कूल नहीं जा पाते। रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में महज 19.7 प्रतिशत स्कूल ही संपूर्ण स्कूली शिक्षा प्रदान करते हैं और 35.8 प्रतिशत स्कूलों में माध्यमिक शिक्षा तक पढाई होती है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में शिक्षकों के कुल 15,110 पद में 1,338 पद रिक्त है।’’