Edited By pooja,Updated: 18 Feb, 2019 11:11 AM
ऑल इंडिया यूनिवर्सिटीज एंड कॉलेजिज एससी, एसटी, ओबीसी टीचर्स एसोसिएशन ने रविवार को 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एससी, एसटी ओबीसी शिक्षकों के खाली पड़े पदों की
नई दिल्ली : ऑल इंडिया यूनिवर्सिटीज एंड कॉलेजिज एससी, एसटी, ओबीसी टीचर्स एसोसिएशन ने रविवार को 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एससी, एसटी ओबीसी शिक्षकों के खाली पड़े पदों की अपनी रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन विश्वविद्यालयों में 55 प्रतिशत शिक्षकों के पद आरक्षित श्रेणी से है जिसे लंबे समय से विश्वविद्यालयों द्वारा नहीं भरा गया है।
टीचर्स एसोसियेशन के नेशनल महासचिव प्रो. केपी सिंह यादव ने 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के पदों के आंकड़े एकत्रित किए हैं। इन आंकड़ों के अनुसार इन विश्वविद्यालयों में कुल 5606 सहायक प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर के पद खाली हैं। इनमें अनुसूचित जाति 873 अनुसूचित जनजाति 493, ओबीसी 786 और पीडब्ल्यूडी 264 पद खाली हैं, जबकि शिक्षकों के कुल स्वीकृत पद 17,092 है। रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि एससी कोटे के लिए स्वीकृत प्रोफेसर के पद 224 पदों में सिर्फ 39 और एसटी कोटे के लिए स्वीकृत 104 में से 15 पदों पर नियुक्तियां हुई हैं। प्रो. यादव का कहना है कि यूजीसी बार-बार विश्वविद्यालयों/ कॉलेजों को सर्कुलर भेजती है कि इन आरक्षित पदों को भरा जाए, लेकिन लंबे समय से इन पदों को नहीं भरा गया है। एसोसिएशन के नेशनल चेयरमैन प्रो. सुमन ने बताया है कि 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्वीकृत पद ,प्रोफेसर 2,426 ,एसोसिएट प्रोफेसर 4,805 ,सहायक प्रोफेसर 9,861 के पद है। कुल 17,092 स्वीकृत पद हैं।
इन पदों में खाली पड़े पद है प्रोफेसर 1,301,एसोसिएट प्रोफेसर 2,185, सहायक प्रोफेसर 2,120 पद है। इसमें कुल 5,606 पद खाली है यानी लगभग 55 प्रतिशत पदों पर एससी, एसटी और ओबीसी कोटे के शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है। उन्होंने बताया है कि इनमें अनुसूचित जाति के पद जो खाली पड़े हैं प्रोफेसर 185 ,एसोसिएट प्रोफेसर 357 ,सहायक प्रोफेसर 331 पद है।इसी तरह से अनुसूचित जनजाति के पद खाली पड़े हैं इनमें प्रोफेसर 96 ,एसोसिएट प्रोफेसर 204 ,सहायक प्रोफेसर 193 पद है। ओबीसी उम्मीदवारों के 783 पद खाली है वहीं पीडब्ल्यूडी के 264 पदों को अभी तक भरा नहीं गया है।