Edited By Riya bawa,Updated: 14 Apr, 2020 12:08 PM
कोरोनावायरस के चलते देशभर में अब 3 मई तक लॉकडाउन कर दिया गया है। ऐसे में स्टूडेंट्स का शैक्षणिक सत्र को नियमित करने के मकसद से उत्तर प्रदेश सरकार ने माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज द्वारा संचालित विद्यालयों में साल 2019-20 सत्र की कक्षा 6, 7, 8,...
नई दिल्ली: कोरोनावायरस के चलते देशभर में अब 3 मई तक लॉकडाउन कर दिया गया है। ऐसे में स्टूडेंट्स का शैक्षणिक सत्र को नियमित करने के मकसद से उत्तर प्रदेश सरकार ने माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज द्वारा संचालित विद्यालयों में साल 2019-20 सत्र की कक्षा 6, 7, 8, 9 और 11 के सभी विद्यार्थियों को प्रोन्नत करके अगली कक्षा में भेजने का निर्णय किया है।
इस आदेश का लाभ लगभग 70 लाख विद्यार्थियों को मिलेगा। प्रदेश में यूपी बोर्ड के लगभग 27 हजार स्कूल हैं। आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉकडाउन के कारण असाधारण परिस्थितियां पैदा हुई हैं। लिहाजा शैक्षिक सत्र को नियमित करने के लिए विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप से अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दिया जाए।
प्रदेश में यूपी बोर्ड के 27 हजार स्कूलों में 2000 सरकारी और 4500 सहायताप्राप्त स्कूल हैं। बाकी निजी स्कूल हैं। ज्यादातर स्कूलों में यूपी बोर्ड परीक्षा के कारण गृह परीक्षाएं बाकी थीं या चल रही थीं। जहां खत्म भी हो गई थीं वहां अभी कॉपियां चेक नहीं हो पाई थीं।
इस बार कुल 56 लाख स्टूडेंट्स ने 10वीं और 12वीं की यूपी बोर्ड की परीक्षाएं दी हैं जिनमें से लगभग 30 लाख स्टूडेंट 10वीं की परीक्षा में बैठे जबकि 26 लाख ने 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं दीं।
माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश की सचिव नीना श्रीवास्तव ने इस निर्णय की पुष्टि करते हुए कहा कि लॉकडाउन के चलते अनियमित हुए शैक्षणिक सत्र को नियमित करने के लिए काफी सोच-विचार के बाद यह निर्णय किया गया है.