Edited By pooja,Updated: 25 Sep, 2018 04:54 PM
कुछ दिन पहले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) अध्यक्ष अंकिव बैसोया का कथित फर्जी डिग्री के सहारे दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेने का मामला सामने आया था।
नई दिल्ली: कुछ दिन पहले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) अध्यक्ष अंकिव बैसोया का कथित फर्जी डिग्री के सहारे दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेने का मामला सामने आया था।
कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के अंकिव बैसोया पर फर्जी डिग्री के मदद से दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिल लेने के आरोप लगाए जाने और बुद्धिस्ट स्टडीज, दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति को शिकायत करने के बाद सोमवार को इस मुद्दे पर दाखिला समिति की बैठक हुई। बैठक में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) अध्यक्ष अंकिव बैसोया सहित इस साल बुद्धिस्ट स्टडीज में दाखिला लेने वाले सभी छात्रों की डिग्री जांच करने का फैसला लिया गया।
इस बैठक के दौरान बुद्धिस्ट स्टडीज विभाग प्रमुख प्रोफेसर केटीएस सराओ ने बताया कि हमें 15 छात्रों की लिखित में फर्जी डिग्री लगाकर हमारे विभाग में एमए में दाखिला लेने की शिकायत मिली है। इसके अलावा छात्रों की फर्जी डिग्री की 100 मौखिक शिकायत भी मिली हैं। इसलिए हमने फैसला किया है कि इस साल दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वाले सभी छात्रों की डिग्री जांच की जाएगी। किसी एक छात्र को अलग छोडऩा या उस पर कार्रवाई करना उचित नहीं है।
प्रोफेसर केटीएस सराओ ने कहा कि मीडिया में अंकिव बैसोया मामले में कई खबरें आईं कि उनकी डिग्री फर्जी है। लेकिन यह काम मीडिया का नहीं है। यह दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रशासन को देखना है कि किसी छात्र की डिग्री फर्जी है या नहीं। इसकी जांच प्रशासन करेगा और उसके बाद ही कोई उचित निर्णय लिया जाएगा। जांच करने के बाद प्रशासन से बातचीत करके राय ली जाएगी कि आगे क्या करना है। इस पर तभी फैसला होगा।