Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Mar, 2018 01:44 PM
उर्दू के विकास एवं प्रसार के लिए काम करने वाली मानव संसाधन विकास मंत्रालय की स्वायत्त ...
नई दिल्ली : उर्दू के विकास एवं प्रसार के लिए काम करने वाली मानव संसाधन विकास मंत्रालय की स्वायत्त संस्था राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद ने आज ‘ई- किताब ' ऐप लांच किया जिस पर परिषद् की सारी किताबें इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में पढ़ी और डाउनलोड की जा सकेंगी। परिषद द्वारा आयोजित पाँचवें विश्व उर्दू सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर यह ऐप लांच किया गया। ऐप के तहत ई-किताब नामक फीचर दिया गया है जहाँ परिषद द्वारा प्रकाशित डेढ़ हजार से ज्यादा किताबें मुफ्त में डाउनलोड की जा सकेंगी। एक बार डाउनलोड कर लेने के बाद किताबें ऑफ लाइन भी पढ़ी जा सकेंगी। उर्दू की पुस्तकों के लिए दुनिया में पहली बार इस तरह का कोई ऐप लांच किया गया है। परिषद के निदेशक प्रो. इरतजा करीम ने बताया कि बाद में इस ऐप में ई-लाइब्रेरी नामक फीचर भी जोड़ा जायेगा। ई-लाइब्रेरी पर पुरानी किताबों की स्कैन की हुई प्रति उपलब्ध होगी।
ई- किताब ऐप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों ऑपरेटिंग सिस्टमों के लिए उपलब्ध है। ऐप को उर्दू के साथ अंग्रेजी में भी लांच किया गया है। यह नस्तलीक या यूनिकोड फॉन्ट को सपोर्ट करता है तथा आईपैड, आईफोन और डेस्कटॉप के साथ कॉम्पेटिबल है। ऐप की खास बात यह है कि पाठक फॉन्ट का आकार बड़ा-छोटा कर सकता है और उद्धरणों को हाइलाइट भी कर सकता है। एक बार डाउनलोड करने के बाद दुबारा किताब उसी जगह से खुलेगी जहाँ उसे पिछली बार छोड़ा गया था। किसी भी शद पर क्लिक करते ही उसका अर्थ भी अपने-आप स्क्रीन पर आ जायेगा। ई-किताब में उर्दू, हिंदी और अग्रेजी वाला तिभाषिया शब्दकोष भी दिया गया है।