Edited By Sonia Goswami,Updated: 25 Mar, 2019 08:53 AM
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जिसके पास बीते 10 वर्षों से NAAC (नैशनल असेसमेंट ऐंड अक्रेडिटेशन काउंसिल) रैंकिग नहीं है, उसे अब आने वाले दिनों में यह मिल जाएगी। NAAC की एक टीम 26 मार्च से यूनिवर्सिटी का विजिट करेगी और अलग-अलग डिपार्टमेंट्स व कैंपस में...
एजुकेशन डेस्कः इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जिसके पास बीते 10 वर्षों से NAAC (नैशनल असेसमेंट ऐंड अक्रेडिटेशन काउंसिल) रैंकिग नहीं है, उसे अब आने वाले दिनों में यह मिल जाएगी। NAAC की एक टीम 26 मार्च से यूनिवर्सिटी का विजिट करेगी और अलग-अलग डिपार्टमेंट्स व कैंपस में फैसिलिटीज का इंस्पेक्शन करेगी।
लास्ट रैंकिग में 2003 में NAAC ने यूनिवर्सिटी को B++ रैंक दी थी जो 2008 में एक्सपायर हो गई। इसके बाद अथॉरिटीज ने NAAC को कैंपस में इन्वाइट किया लेकिन अथॉरिटीज मानदंडों का पालन करने में विफल रहीं और इसलिए NAAC रैंकिंग नहीं हो सकी।
अब सारी फॉर्मेलिटीज पूरी करने के बाद टीम 3 दिनों तक यानी 26 से 28 मार्च तक कैंपस में रहेगी। NAAC टीम की डीटेल्स को अथॉरिटीज गोपनीय रखेंगी।
सूत्रों ने बताया कि टीम में चेयरमैन और चार से पांच मेंबर्स होंगे। वे सभी डिपार्टमेंट्स में विजिट करेंगे और खुद ही फैसिलिटीज को देखेंगे। यूनिवर्सिटी के एक सीनियर मेंबर ने बताया, 'टीम मेंबर्स लाइब्रेरी, एग्जामिनेशन सेक्शन, ऐडमिनिस्ट्रेटिव सेक्शंस, स्टूडेंट्स को मिलने वाली सुविधाएं, उनके पुराने रेकॉर्ड, हॉस्टल फैसिलिटीज की जांच करेंगे।