Edited By pooja,Updated: 10 Oct, 2018 04:10 PM
29वें महालेखाकार सम्मेलन का यहां उद्धाटन करते राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) को परिणाम आधारित लेखा परीक्षा की दिशा
नई दिल्ली: 29वें महालेखाकार सम्मेलन का यहां उद्धाटन करते राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) को परिणाम आधारित लेखा परीक्षा की दिशा में बढऩे और सरकारी योजनाओं में सुधार के लिए गहरी परख के साथ दूरदर्शिता पूर्ण सुझाव उपलब्ध कराएं। एक संस्थान के रूप में कैग की सराहना की। उन्होंने कहा कि कैग उत्तरदायित्व को बढ़ावा देता है ताकि सही चीजें सही समय और कम से कम खर्च में सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने लेखाकारों को संबाधित करते हुए कहा, आप वित्तीय, अनुपालन और प्रदर्शन लेखा परीक्षण के माध्यम से परिचालन पर निगरानी रख रहे हैं और सुधार के लिए अपने सुझाव भी दे रहे हैं। यह समय है कि संस्थान गहरी परख के साथ-साथ दूरर्दिशता पूर्ण दृष्टि अपनाए।
कोविंद ने कहा कि लेखापरीक्षक अपने आप में अंतिम नहीं है लेकिन यह सरकार के काम को बेहतर बना सकती हैं। उन्होंने कहा कि योजना के लिए मात्रा से ज्यादा परिणाम सार्थक उपाय है। इसलिए परिणाम पर जोर देने की आवश्यकता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि कैग लेखा परीक्षा के लिए डेटा एनालिटिक्स का उपयोग कर रहा है। इस तकनीकों का इस्तेमाल करके संस्थान न केवल वर्तमान परिस्थितियों के बारे में जानकारी दे सकता है बल्कि भविष्य के लिए विश्वसनीय पूर्वानुमान भी दे सकता है।