Edited By ,Updated: 12 Jan, 2017 04:11 PM
कहते हैं दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता। कुछ ऐसा ही कर दिखाया इस किसान के बेटे ने,जिसने ...
नई दिल्ली: कहते हैं दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता। कुछ ऐसा ही कर दिखाया इस किसान के बेटे ने,जिसने अपनी मेहनत और लगन से कैट की परीक्षा में 98.7 परसेंटाइल हासिल किए हैं। 22 साल के निशांत ने अपने दूसरे ही प्रयास में कैट क्लीयर कर लिया। आईआईएम बेंगलुरू ने 9 जनवरी को कैट 2016 के परिणाम घोषित किए हैं। कुल 20 बच्चों ने इसमें पूरे 100 परसेंटाइल हासिल किए हैं। मेरठ के रहने वाले निशांत एक गरीब परिवार से आते हैं। उनके पिता किसान हैं और गन्ने की खेती करते हैं। मेरठ से उनका गांव 30 किलोमीटर है और वह रोजाना यह दूरी तय करते थे अपनी कोचिंग जाने के लिए।
पढ़ाई के कारण छोड़नी पड़ी नौकरी
जानकारी के मुताबिक, निशांत कहते हैं, "रोजाना 60 किलोमीटर की दूरी तय करना काफी मुश्किल होता था लेकिन पढ़ाई करना और भी कठिन था। पढ़ाई के कारण मुझे अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी थी।" निशांत की कठिनाइयां बस यहीं खत्म नहीं हुई। गांव में बिजली भी नहीं रहती थी, बावजूद इसके उन्होंने अपनी तैयारी में कोई कमी नहीं आने दी और मन लगाकर मेहनत की। इसी का नतीजा है कि उनके कैट में इतने शानदार नंबर आए हैं। निशांत को बिलकुल उम्मीद नहीं थी कि वह इतने परसेंटाइल स्कोर करेंगे। अपने रिजल्ट से वह और उनके परिवार वाले सभी बहुत खुश हैं और वह अब बस आईआईएम से फोन आने का इंतजार कर रहे हैं।