Edited By Riya bawa,Updated: 06 Feb, 2020 12:01 PM
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन की ओर से हर साल 10वीं-12वीं के एग्जाम ...
नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन की ओर से हर साल 10वीं-12वीं के एग्जाम करवाए जाते है। साल 2020 बोर्ड परीक्षाएं शुरु होने में कुछ ही महीनों का समय बचा है। ऐसे में स्टूडेंट्स का सारा ध्यान परीक्षाओं की तैयारी में लगा है। सीबीएसई 12वीं के स्टूडेंट्स जो साइंस साइड से आते हैं उन्हें की फिजिक्स की तैयारी पर अधिक फोकस करना होगा।
इस बात कोे ध्यान में रखते हुए हम आज आपको बता रहे कुछ ऐसे टिप्स के बारे में जिन्हें अपनाकर आप बोर्ड एग्जाम में अच्छा परफॉर्म करते हुए अच्छे मार्क्स हासिल कर सकते हैं। फिजिक्स एक ऐसा विषय है, जो कुछ हद तक गणित से मिलता-जुलता है। इसलिए इस विषय की तैयारी के दौरान भी गणित की तरह ही ध्यान रखने की जरूरत है।
रिवाइज़ करें, फ्लोचार्ट की मदद लें
फिजिक्स की पढ़ाई में फ्लोचार्ट बेहद मदद करते हैं। इनसे हर टॉपिक और कॉनसेप्ट को समझने में आसानी होती है। इसके अलावा टाइमटेबल बनाकर पढ़ें। जो पढ़ा है उसे ही अच्छी तरह से दोहराएं और नया कुछ भी न ट्राई करें।
डायग्राम्स बनाकर पढे़
डायग्राम्स की अच्छी तरह से तैयारी कर लें। टॉपिक्स को स्टेपवाइज़ समझने की कोशिश करेंगे तो ज्यादा आसानी होगी और कॉनसेप्ट भी याद रहेगा। सभी चित्र और ग्राफ सिर्फ शार्प पेंसिल द्वारा ही बनाएं।
ऑब्जर्वेशन और रिजल्ट में ओवर राइटिंग करने से बचें एक्सपेरिमेंट करते समय ऑब्जर्वेशन टेबल पहले पेंसिल से ही भरें, फिर जब रिजल्ट तय कर लें तो उसे पेन द्वारा भर दें।
कॉन्सेप्ट समझें
सिर्फ रट कर नहीं समझा जा सकता, इसलिए कॉन्सेप्ट समझें। डेरिवेशन के अलावा न्यूमेरिकल्स में फोकस करना जरूरी है, इससे कम से कम 20 अंक के सवाल पूछे जाते हैं।
तीन साल के सैंपल पेपर है जरूरी
टीचर्स का कहना है कि अगर स्टूडेंट्स फिजिक्स के सैंपल पेपर्स को प्रैक्टिस करते हैं, तो अच्छा स्कोर पाना मुश्किल नहीं। पिछले तीन-चार सालों के सीबीएसई सैंपल पेपर भी अगर छात्र पढ़ लेता है तो भी काफी है। इससे टॉपिक्स का ट्रेंड पता चल जाता है।
फॉर्मेट
फिजिक्स का पेपर कुल 100 अंकों का आता है, जिसमें 70 अंकों की लिखित परीक्षा होती है, जबकि 30 अंक प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए निर्धारित किए जाते हैं। थ्योरी का पेपर कुल चार खंडों में विभाजित होगा, जिनमें कुल 37 सवाल पूछे जाएंगे। इस पेपर में प्रैक्टिकल परीक्षा की तैयारी भी बहुत गंभीरता से करनी चाहिए, क्योंकि प्रैक्टिकल परीक्षा में मिलने वाले नंबर कुल प्राप्त नंबरों को काफी प्रभावित करते हैं। इस विषय का प्रश्न-पत्र कुछ इस तरह से बंटा होगा-
- 8 सवालों में छात्रों को इंटरनल चॉइस दी जाएगी।
- खंड ‘ए- में कुल 20 अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे।
- खंड ‘बी- में 7 सवाल पूछे जाएंगे।
- खंड ‘सी- में छात्रों को 7 सवालों के उत्तर देने होंगे।
- खंड ‘डी- में कुल 3 प्रश्नों का जवाब लिखना होगा।