Edited By bharti,Updated: 04 Mar, 2019 11:50 AM
सीबीएसई कोर विषयों की परीक्षाएं शुरु हो चुकी है। इस बार सीबीएसई ने परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी से...
नई दिल्ली : सीबीएसई कोर विषयों की परीक्षाएं शुरु हो चुकी है। इस बार सीबीएसई ने परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए कई तरह के बदलाव किए है। बोर्ड की ओर से इस बार स्टूडेंट्स के लिए भी कई दिशा निर्देश जारी किए गए है। सीबीएसई ने प्रश्नपत्र में किसी तरह की परेशानी आने या प्रश्नपत्र में त्रुटि की स्थिति में छात्रों को परेशान न होने की सलाह दी है। साथ ही बोर्ड ने अपने मार्किंग स्कीम की जानकारी दी है। यदि किसी सवाल में गलती होती है या प्रिंट में कोई खामी है तो वह मार्किंग स्कीम तय करने वाली टीम को बताएंगे।
सीबीएसई के मुख्य परीक्षा डॉ. संयम भारद्वाज ने बताया कि हमारे यहां मार्किंग स्कीम को लेकर एक नीति है।10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा भारत के लगभग 5000 परीक्षा केंद्रों और विदेशों में 25 देशों में आयोजित हो रही है। यदि परीक्षा के दिन प्रश्न पत्र में किसी तरह की त्रुटि देखी जाती है तो हम सभी केंद्रों से जानकारी लेते हैं। हम अपने माध्यम से भी जानकारी लेते हैं। इसके समाधान के लिए सीबीएसई के पास प्रावधान है। इसके लिये परीक्षा के दिन विषय विशेषज्ञों से जानकारी ली जाती है।
इसके अलावा परीक्षा के संचालन के 24 घंटे के भीतर सभी स्कूलों से प्रश्न पत्र के अवलोकन प्राप्त किए जाते हैं। अन्य स्रोतों से परीक्षा के संचालन के 24 घंटे के भीतर प्राप्त जानकारी को भी ध्यान में रखा जाता है। उसके बाद सभी टिप्पणियों को संकलित किया जाता है और मार्किंग स्कीम तैयार करने वाले समूह को दे दिया जाता है, ताकि विसंगति को दूर करने के लिए इस तरह से प्रावधान किए जा सके और छात्रों के अंकों में किसी तरह की हानि न पहुंचे