Edited By pooja,Updated: 25 Aug, 2018 10:55 AM
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजूकेशन यानी सीबीएसई ने23 दिसम्बर 2005 के एक सर्कुलर को दोबारा सभी स्कूलों को भेजा है।
नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजूकेशन यानी सीबीएसई ने 23 दिसम्बर 2005 के एक सर्कुलर को दोबारा सभी स्कूलों को भेजा है। इस सर्कुलर में छोटे बच्चों के लिए कुछ निर्देश दिए गए थे जिसे दोबारा गम्भीरता से लागू कराने के लिए सीबीएसई ने इसे फिर से स्कूलों के प्रधान अध्यापकों को भेजा है।
इस सर्कुलर को दोबारा जारी करते हुए सभी स्कूलों के प्रिंसिपल को कहा गया है कि
1. क्लास वन और क्लास टू के बच्चे अपनी पुस्तकें स्कूल में ही छोड़ सकते हैं। स्कूल में ऐसी सुविधाएं होनी चाहिए।
2. दूसरे निर्देश में कहा गया है कि क्लास वन और क्लास टू में पास या फ़ेल का सिस्टम नहीं होगा।
3. क्लास 3 से 5 तक के लिए होमवर्क के बजाए और विकल्पों पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
4. पहली कक्षा से लेकर पांचवी कक्षा तक के छात्र-छात्राओं के लिए लगातार और व्यापक मूल्यांकन का परिचय कराया जाए।
5. बच्चों की रिपोर्टिंग में स्कूल में हासिल की गई उपलब्धियों के साथ ही पांच प्वांइंट की ग्रेडिंग होनी चाहिए।
6. बच्चों को कक्षा लाइब्रेरी से परिचित कराया जाना चाहिए।
7. प्राइमरी स्तर पर ही संगीत, नृत्य और कला जैसे विषयों से बच्चों को रूबरू कराया जाना चाहिए जिससे उनकी भाव्यात्मक बुद्धि का विकास हो सके।