Edited By bharti,Updated: 15 Feb, 2019 03:48 PM
पुलवामा में हुए आंतकी हमले की सारे देश में निंदा हो रही है। सारा देश शोक में डूबा हुआ है। वहीं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने भी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से कहा है कि वह पुलवामा...
नई दिल्ली : पुलवामा में हुए आंतकी हमले की सारे देश में निंदा हो रही है। सारा देश शोक में डूबा हुआ है। वहीं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने भी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से कहा है कि वह पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के उन बच्चों को राहत प्रदान करे अथवा वैकल्पिक व्यवस्था करे जो बोर्ड परीक्षा में बैठ रहे हैं।
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने शुक्रवार को सीबीएसई अध्यक्ष अनीता कारवाल को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं आपका ध्यान पुलवामा में हुए आतंकी हमले की ओर खींचना चाहता हूं जिसमें हमारे कई जवान शहीद हो गए हैं। पूरा देश शोक में है और ऐसे में आपसे मांग करता हूं कि आप शहीदों के परिवारों की पूरी मदद करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आयोग आपसे आग्रह करता है और सिफारिश करता है कि बोर्ड परीक्षा में शहीदों के बच्चों को राहत प्रदान की जाए और उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।’’ कानूनगो ने कहा कि सीबीएसई अपने तहत आने वाले स्कूलों को परिपत्र जारी कर कह सकता है कि वे शहीदों के बच्चों को परीक्षा से छूट दें।
सीबीएसई की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा शुक्रवार से शुरू हुई है, जबकि 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 21 फरवरी से आरंभ होगी। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं।