Edited By Riya bawa,Updated: 07 Apr, 2020 01:19 PM
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से एक नई पहल की गई है। इसके तहत 9वीं और 10वीं में नौ विषयों को पढ़ने का विकल्प छात्रों को दिया है। ...
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से एक नई पहल की गई है। इसके तहत 9वीं और 10वीं में नौ विषयों को पढ़ने का विकल्प छात्रों को दिया है। इसमें पांच अनिवार्य विषय के अलावा छठा विषय स्कील सब्जेक्ट, सातवां विषय तीसरी भाषा के तौर पर एक भाषा ले सकेंगे। इसके अलावा आठवें और नौवें विषय के तौर पर आर्ट एजुकेशन, हेल्थ और फिजिकल एजुकेशन और वर्क एक्सपीरियंस को विषय के तौर पर रख सकेंगे।
आठवें और नौंवे विषय का आंतरिक मूल्यांकन स्कूल स्तर पर किया जायेगा। सभी विषयों को ग्रुप वाइज कर दिया है। अब छात्र ग्रुप के अनुसार ही अपने विषयों का चयन कर पाएंगे। यह सुविधा मिलने से छात्रों को मुख्य विषय, वैकल्पिक विषय और भाषा विषय को चुनने में मदद मिलेगी।
रिजल्ट में पांच विषयों का ही प्रावधान
भले छात्रों को नौ विषय पढ़ने का मौका दिया जा रहा है। लेकिन बोर्ड के रिजल्ट का पांच विषयों पर ही जारी होगा। ये पांच अनिवार्य विषय के अलावा दो भाषा शामिल हैं। बोर्ड की मानें तो 10वीं स्तर से ही स्कील बेस्ड एजुकेशन देने के लिए बाकी विषय को जोड़ा गया है।
ऐसे बांटा गया विषयों को
ग्रुप: विषयों का नाम
ग्रुप एल: भाषा-1 में हिन्दी कोर्स ए, हिन्दी कोर्स बी, इंग्लिश लैंग्वेज और लिटरेचर।
ग्रुप ए वन: गणित (बेसिक और स्टैंडर्ड), विज्ञान, सामाजिक विज्ञान
ग्रुप पांच: स्कील सब्जेक्ट
ग्रुप एल/ग्रुप-ए-2: तीसरी भाषा