Edited By bharti,Updated: 11 Jan, 2019 01:10 PM
सीबीएसई की ओर से शिक्षा सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। इसी दिशा में कदम बढ़ाते और बच्चों को प्रैक्टिकल एजुकेशन...
नई दिल्ली : सीबीएसई की ओर से शिक्षा सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। इसी दिशा में कदम बढ़ाते और बच्चों को प्रैक्टिकल एजुकेशन देने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ऩए एकेडमिक सेशन से स्टूडेंट्स के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम ला रहा है। बोर्ड ने कहा कि इस पर कार्य अंतिम चरण में है और नए सेशन से एजुकेशन के विद्यार्थियों के लिए इसे शुरू किया जाएगा। बोर्ड स्किल बेस्ड प्रोग्राम में इनरोल्ड विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग देने के उद्देश्य से इंटर्नशिप प्रोग्राम ला रहा है। इससे विद्यार्थियों को थ्योरी में पढ़े गए काम को प्रैक्टिकल में उतारने का मौका सीबीएसई में ही मिलेगा। प्लान के अनुसार स्कूल से पास करने वाले विद्यार्थियों को सीबीएसई में ही 3 से 6 महीने की इंटर्नशिप/अप्रेन्टस्शिप करवाई जाएगी। बोर्ड ने गवर्निंग बॉडी की बैठक में इसके लिए मंजूरी दे दी है। इसे लागू करने की प्रक्रिया चल रही है।
वोकेशनल छात्रों की होगी परख
सीबीएसई के स्किल बेस्ड प्रोग्राम में पासआउट विद्यार्थियों को बोर्ड अपने ही सिस्टम में बतौर इंटर्न लगाएगा। इस प्लान के बारे में बताते हुए सीबीएसई के स्किल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग एक्सपर्ट बिश्वजीत साहा ने कहा कि ,हम देखना चाहेंगे कि वोकेशनल कोर्स के बच्चे कितने काबिल हैं, कितना सीख पाएं हैं। खासतौर पर बोर्ड के वे छात्र जिन्हें डीयू में रेगुलर एडमिशन नहीं मिल पा रहा है और वे ओपन लर्निंग से पढ़ाई कर रहे हैं।
ऐसे छात्र 3 से 6 महीने सीबीएसई की अलग अलग यूनिट में इंटर्नशिप कर सकते हैं। शुरुआत में विद्यार्थियों की संख्या कम होगी मगर इसी सत्र से इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर रखा जाएगा। अधिकारी का कहना है कि इस प्लान के फाइनल होते ही सीबीएसई की वेबसाइट में जानकारी दी जाएगी।
इन कोर्सेज पर होगा फोकस
स्किल प्रोग्राम के तौर पर बोर्ड जल्द ही डेटा एनालिटिक्स एंड मशीन लर्निंग, योग इंस्ट्रक्टर, अर्ली चाइल्डहुड एजुकेटर भी शुरू करेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में बोर्ड स्किल बेस्ड प्रोग्राम के तौर पर डेटा एनालिटिक्स एंड मशीन लर्निंग कक्षा 8वीं, 9वीं और 10वीं में शुरू किया जाएगा। हालांकि इसे 8वीं और 9वीं में और 10वीं में अगले साल लाया जा सकेगा। अभी कोर्स को तैयार करने पर काम होगा। गवर्निंग बॉडी की बैठक में बोर्ड को सलाह दी गई है कि इसे 11वीं और 12वीं के लिए भी रखा जाए। वहीं, सीनियर सेकेंडरी स्तर पर योग इंस्ट्रक्टर का स्किल प्रोग्राम भी इसी सत्र से शुरू किया जा रहा है। विद्यार्थियों को स्कूल में ही योग एक्सपर्ट बनाने और इंस्ट्रक्टर के तौर पर नौकरी का विकल्प देने के लिए इस प्रोग्राम को अकादमिक सत्र 2019-20 से लाया जा रहा है। वहीं, अर्ली चाइल्डहुड एजुकेटर भी इसी सत्र में लाया जाएगा।