Edited By Riya bawa,Updated: 07 May, 2020 03:56 PM
शभर में कोरोना वायरस के चलते लागू किए गए लॉकडाउन से एजुकेशन सेक्टर बहुत ज्यादा प्रभावित है। दूसरी ओर ऑनलाइन स्टडी का चलन तेजी से बढ़ा है। कॉलेज, स्कूल सभी छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से घरो में स्टडी करवाई जा रही है। अभी तक सरकार की ओर से तय नहीं है कि...
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस के चलते लागू किए गए लॉकडाउन से एजुकेशन सेक्टर बहुत ज्यादा प्रभावित है। दूसरी ओर ऑनलाइन स्टडी का चलन तेजी से बढ़ा है। कॉलेज, स्कूल सभी छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से घरो में स्टडी करवाई जा रही है। अभी तक सरकार की ओर से तय नहीं है कि देशभर के स्कूल कब से खुलेंगे, इसका फैसला अलग-अलग जगह कोरोना वायरस की स्थिति देखते हुए लिया जाएगा।
इस बीच यूजीसी की समिति ने लॉकडाउन खत्म होने के बाद विभिन्न विश्वविद्यालयों में 25 फीसदी पढ़ाई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से कराने की सिफारिश की थी, जिसे मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्वीकार कर लिया है।
75 फीसदी क्लासेज से होगी पढ़ाई
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा यूजीसी की सिफारिश स्वीकार किए जाने का मतलब हुआ कि अब अगर लॉकडाउन (Lockdown) खत्म भी हो जाता है तो भी देशभर के विश्वविद्यालयों में क्लासरूम के जरिये 75 फीसदी पढ़ाई ही होगी बाकी बची हुई 25 प्रतिशत पढ़ाई ऑनलाइन माध्यमों के जरिये कराई जाएगी।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति आरसी कुहाड़ ने बताया, इस नई नीति से मानव संसाधन विकास मंत्रालय को अवगत करा दिया गया है. ऑनलाइन पढ़ाई स्काइप समेत दूसरे एप्स के जरिए होगी. यूजीसी की इस समिति ने कॉलेजों में वायवा ऑनलाइन लेने की सिफारिश भी की है। गौरतलब है कि यूजीसी ने अपनी यह रिपोर्ट कुछ ही वक्त पहले एचआरडी मंत्रालय को सौंपी है जिसमें विश्वविद्यालयों के लिए कई गाइडलाइन जारी की गई हैं।