Edited By Riya bawa,Updated: 02 Apr, 2020 01:22 PM
कोरोना महामारी बढ़ते मामलों की वजह से बहुत से देशभर लॉक डाउन कर दिया गया है। इस लड़ाई में जीतने के लिए बड़ी संख्या में लोग और तमाम संगठन आगे आ रहे हैं...
नई दिल्ली: कोरोना महामारी बढ़ते मामलों की वजह से बहुत से देशभर लॉक डाउन कर दिया गया है। इस लड़ाई में जीतने के लिए बड़ी संख्या में लोग और तमाम संगठन आगे आ रहे हैं। वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय ने घातक वायरस के खिलाफ लड़ाई में मदद देने का फैसला किया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय राहत कोष में एक दिन के वेतन का योगदान करने का निर्णय लिया है।
डीयू के वाइस चांसलर योगेश त्यागी ने स्वैच्छिक योगदान के लिए टीचिंग और नो-टीचिंग स्टाफ को इसके लिए एक मेल लिखा है। उन्होंने लिखा, " कोरोना वायरस के कारण उभरती स्थिति का मुकाबला करने और साथी नागरिकों की मदद करने के लिए वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता होगी, जिन्हें इस समय सबसे अधिक आवश्यकता है इसलिए, मैं अपने सहयोगियों से अपील करता हूं कि वे प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय राहत कोष के एक दिन के वेतन में योगदान दें"।
गौरतलब है कि इससे पहले जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी, सीबीएसई अन्य संस्थानों ने पीएम केअर्स फंड में एक दिन की सैलरी देने का फैसला लिया है। कोरोना के संक्रमण से लड़ाई के लिए देश में पीएम मोदी ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा कर रखी है।