Edited By pooja,Updated: 11 Sep, 2018 09:39 AM
जेएनयू छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी विकास यादव के नामांकन पर संशय बन हुआ था। इसको लेकर एनएसयूआई के पैनल ने कोर्ट का दरवाजा खटखटकाया।
नई दिल्ली: जेएनयू छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी विकास यादव के नामांकन पर संशय बन हुआ था। इसको लेकर एनएसयूआई के पैनल ने कोर्ट का दरवाजा खटखटकाया।
सोमवार को सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने एनएसयूआई के पक्ष में निर्णय सुनाते हुए नामांकन रद पर रोक लगा दी। इसका मतलब यह हुआ कि अब एनएसयूआई अध्यक्ष पद के प्रत्याशी विकास यादव चुनाव में अपनी दावेदारी तय कर पाएंगे। बता दें कि जेएनयू परिसर में सड़क को बंद करने के आरोप में विवि प्रशासन ने विकास यादव पर बीस हजार का जुर्माना लगाया था। जिसको लेकर विकास यादव कोर्ट गए थे, कोर्ट ने छात्र को रियात दी थी। इसी मुद्दे को लेकर जीआरसी में शिकायत की गई थी, जिसके बाद जीआरसी ने विकास यादव का नामांकन चुनाव समिति को रद करने के लिए कहा था। जेएनयू प्रशासन के खिलाफ छात्रों की जीत बताते हुए एनएसयूआई के प्रत्याशी विकास यादव ने कहा कि जेएनयू प्रशासन के छात्र विरोधी फरमानों के खिलाफ एनएसयूआई हमेशा लड़ा है और इसकी तरह लड़ता रहेगा। हाई कोर्ट ने प्रशासन को फटकार लगाते हुए छात्र संघ चुनाव में लडऩे की राहत दी है। वहीं, दूसरी तरफ चुनाव समिति ने सोमवार सुबह को ही प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा था कि विकास यादव की नामाकंन रद नहीं होगा।