Edited By Riya bawa,Updated: 08 Apr, 2020 02:40 PM
कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों की वजह से सब तरफ लॉक डाउन कर दिया गया है। कोविड-19 पर मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने सिफारिश की है कि 15 मई तक...
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों की वजह से सब तरफ लॉक डाउन कर दिया गया है। कोविड-19 पर मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने सिफारिश की है कि 15 मई तक सभी शैक्षणिक संस्थाओं को, धार्मिक संस्थान और शॉपिंग मॉल बंद रहे। सरकार इस सिफारिश पर मोहर लगाने को तैयार है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले जीओएम ने यह तय किया कि धार्मिक केंद्रों, शापिंग मॉल और शौक्षणिक संस्थानों को 14 अप्रैल के बाद कम से कम चार सप्ताह तक सामान्य गतिविधि शुरू करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। 14 अप्रैल वर्तमान लॉकडाउन की अंतिम तारीख है। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आदि शामिल हुए।
सूत्रों ने बताया कि सरकार का सोचना है कि इससे स्कूलों और कालेजों एक तरह से गर्मियों की छुट्टियों को मिलाकर जून के अंत तक बंद रहेंगे। गर्मियों की छुट्टी आम तौर पर मई के मध्य से शुरू हो जाती है। जीओएम ने सिफारिश की है कि सभी धार्मिक संगठनों को कोरोना वायरस को रोकने के एहतियाती कदम के तहत 15 मई तक गतिविधियां शुरू करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
जीओएम का गठन देश में कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सुझाव देने के लिये किया गया है। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिये किये गए 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन को आगे बढाये जाने या नहीं बढ़ाए जाने की अटकलों के बीच, देश भर में धार्मिक केंद्रों, सार्वजनिक स्थलों सहित उन स्थानों पर सरकार की पैनी नजर रहेगी जहां अधिक संख्या में लोगों के जमा होने की संभावना होगी।