Edited By Riya bawa,Updated: 09 Jul, 2019 10:27 AM
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) पर्यावरण...
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति सजग एवं प्रतिबद्ध है। बोर्ड द्वारा अत्याधुनिक प्रोद्योगिकी के प्रयासों के कारण कागज, वृक्ष, जल के संरक्षण एवं कार्बन-उत्सर्जन में कमी लाने का काम किया गया है। इसलिए हरित पहल के जरिए सीबीएसई सीटेट परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों को अंक प्रपत्र एवं प्रमाण पत्र उनके डिजीलॉकर में प्रदान करेगा। इन सभी अभ्यर्थियों के डिजीलॉकर खाते खोले जाएंगे।
खातों से संबंधित विवरण सीबीएसई छात्रों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेज देगा। सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम के अनुसार अंक पपत्र और पात्रता प्रमाण पत्र डिजिटल रूप में हस्ताारित होंगे। जोकि विधिक रूप से पूर्णतया मान्य माने जाएंगे। प्रमाण पत्र सुरक्षा की दृष्टि से बोर्ड द्वारा इनक्रिप्टिेड क्यूआर कोड युक्त होंगे। क्यूआर कोड़ स्कैन किया जा सकता है एवं पुष्टि डिजीलॉकर मोबाइल एप के माध्यम से की जा सकती है।
गौरतलब है कि इस बार परीक्षा दो पालियों में ली गयी। दोनों पेपर में 150-150 अंकों के सवाल पूछे गए। सीबीएसई क्षेत्रीय कार्यालय की मानें तो परीक्षा में 16 हजार 592 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पटना के अलावा वैशाली, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया और दरभंगा में परीक्षा केंद्र बनाये गये थे। ये परीक्षा देशभर के 104 शहरों में आयोजित की गई थी। बता दें, परीक्षा के 2 दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी किए गए थे। सीटेट परीक्षा के लिए 20,84,174 परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था. जिसमें से लगभग 14 लाख CTET 2019 में उपस्थित हुए।