Edited By Riya bawa,Updated: 18 Jun, 2019 03:41 PM
ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) एडवांस्ड परीक्षा...
नई दिल्ली: ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) एडवांस्ड परीक्षा 2019 के नतीजे जारी हो चुके हैं जिसके आधार पर देश की 23 आईआईटीज की 11279 सीटों पर दाखिला प्रक्रिया जोसा के जरिए शुरू हो गई है। लेकिन इस साल जेईई एडवांस्ड की कटऑफ अनुमान से कम रही। बीते शुक्रवार को जब आईआईटी रुड़की ने जेईई एडवांस में बैठने वाले 1 लाख 61 हजार छात्रों का रिजल्ट जारी किया तो 38 हजार 705 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए। जबकि बीते वर्ष 31988 छात्र क्वालीफाई हुए थे। आईआईटी रुड़की के एक अकादमिक अधिकारी ने कहा कि रिजल्ट को देखकर लगता है इस साल सभी प्रीमियर संस्थानों की सीट आसानी से भरी जा सकेंगी।
अगर बात आईआईटी मुम्बई जोन की करें जिसमें महाराष्ट्र के साथ-साथ कई अन्य राज्य भी आते हैं में 6,140 छात्र देकर सभी 7 जोनों में तीसरा स्थान हासिल किया है। 29 मई को जैसा कि नवोदय टाइम्स ने जेईई एडवांस में कम कटऑफ का अनुमान लगाया था। जेईई एडवांस्ड के नतीजों में नवोदय की खबर पर मुहर लगी। आईआईटी रुड़की ने इस वर्ष सामान्य कैटेगरी के लिए 25 फ्रीसद कटऑफ रखी जोकि पिछले साल 35 फीसद थी। एससी एसटी 12 फीसद, ओबीसी 22.5 फीसद जोकि बीते वर्ष 31.67 फीसद पर थी।
इस मामले पर आईआईटी रूड़की में जेईई एडवांस्ड के आयोजक चेयरमैन एमएल शर्मा ने कहा कि केंद्र ने हमें हर कैटेगरी की कुल सीट के अनुपात में दोगुने छात्र चुनने को कहा था। छात्रों के बढऩे का कारण यह भी रहा कि समय पर आरक्षित श्रेणी के छात्रों ने अपना सर्टिफिकेट जमा नहीं किया। जिनमें से कईयों ने एग्जाम की तिथि तक को आगे बढ़ाने की प्रार्थना की थी। वो छात्र अब काउंसिलिंग के समय अपना कास्ट सर्टिफिकेट जमा करेंगे। इस साल एससी छात्रों की बात करें तो 34.43 फीसद छात्र सफल हुए हैं। वहीं सामान्य वर्ग के 30.33 फीसद कैंडिडेट सफल हुए हैं।
ओबीसी-नॉन क्रीमी लेयर के 13.16 और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के 23.06 फीसद छात्रों को इस बार सफल मिली है। जेईई एडवांस्ड की तैयारी करा रहे नवीन ने कहा कि इस वर्ष सामान्य कैटेगरी के कंडीडेट को जिसने 10500 से अधिक रैंक हासिल की है उसे आईआईटी में अपनी पसंद का कॉलेज मिलना बहुत मुश्किल हो जाएगा।