Edited By Sonia Goswami,Updated: 12 Sep, 2018 09:59 AM
डिजाइन थिंकिंग की नींव पर विकसित शिक्षा प्रणाली बनाने के उद्देश्य के साथ महाराष्ट्र के डॉ. बाबासाहेब भीमराव आंबेदकर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीबीएटीयू) ने उससे संबद्ध सभी 78 इंजीनियरिंग कॉलेजों में डिजाइन शिक्षा को अनिवार्य बनाने की घोषणा की है।
नई दिल्लीःडिजाइन थिंकिंग की नींव पर विकसित शिक्षा प्रणाली बनाने के उद्देश्य के साथ महाराष्ट्र के डॉ. बाबासाहेब भीमराव आंबेदकर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीबीएटीयू) ने उससे संबद्ध सभी 78 इंजीनियरिंग कॉलेजों में डिजाइन शिक्षा को अनिवार्य बनाने की घोषणा की है।
इसके साथ ही यह विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में डिजाइन शिक्षा को अनिवार्य रूप से शामिल करने वाला देश का पहला प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बन गया है। इससे महाराष्ट्र के 78 इंजीनियरिंग कॉलेजों में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की दूसरे वर्ष की पढ़ाई करने वाले करीब 7000 छात्र लाभान्वित होंगे।
अन्य स्ट्रीम में यह पाठ्यक्रम वैकल्पिक होगा। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत 2017 में गठित उद्योग के प्रतिनिधियों ऑटोडेस्क, नैसकॉम और सेक्टर स्किल्स काऊंसिल के सदस्यों वाली एक विशेषज्ञ समिति ने इंजीनियरिंग शिक्षा में डिजाइन केंद्रित फाऊंडेशन पाठ्यक्रमों को शामिल करने की सिफारिश की थी।
डीबीएटीयू द्वारा शुरू किए गए प्रोडक्ट डिजाइन इंजीनियरिंग कोर्स को नैसकॉम द्वारा प्रमाणित किया गया है और इसे 3डी डिजाइन टैक्नोलॉजी की अग्रणी कंपनी ऑटोडेस्क द्वारा विकसित किया गया है। इसमें अग्रणी विनिर्माण कंपनियों जैसे कि टाटा टैक्नोलॉजिज, लार्सन एंड टुब्रो, जेसीबी इंडिया और इमेजिनेरियम के साथ इसके लिए परामर्श किया गया है।