Edited By ,Updated: 29 Jan, 2017 05:12 PM
शिक्षकों की हाजिरी में अनियमिताओं को रोकने और कक्षाएं चलाने के समय में पाबंदी बनाए रखने के क्रम में दिल्ली सरकार ने ‘अनुशासनहीनता’ के लिए स्कूल के प्रधानाचार्यों की जि
नई दिल्ली: शिक्षकों की हाजिरी में अनियमिताओं को रोकने और कक्षाएं चलाने के समय में पाबंदी बनाए रखने के क्रम में दिल्ली सरकार ने ‘अनुशासनहीनता’ के लिए स्कूल के प्रधानाचार्यों की जिम्मेदारी तय करने का फैसला किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगर सरकारी स्कूलों में अनुशासन बनाकर नहीं रखा जाएगा तो प्रधानाचार्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह कदम तब आया है जब उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने विभिन्न सरकारी स्कूलों में औचक निरीक्षण के दौरान पाया कि कई कक्षाएं में शिक्षकों ही नहीं थे और छात्र गलियारों में तथा स्कूल भवन के बाहर घूम रहे थे।
शिक्षा निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि औचक निरीक्षणों ने तकरीबन सभी स्कूलों में अनुशासन की कमी को उजागर कर दिया। सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया गया है कि कोई भी कक्षा बिना छात्रों के ना हो और इस पर भी नजर रखी जाए कि कक्षाओं में शिक्षक समय के पाबंदी हैं या नहींं। सरकार ने निरीक्षण दल गठित किए हैं जिनमें स्कूल प्रबंध समितियों के सदस्य शामिल है जो स्कूलों का निरीक्षण करेंगे और इसकी रिपोर्ट स्कूल इंस्पेक्शन एपलीकेशन पर अपलोड करेंगे। सिसोदिया के कार्यालय की इस एप्लीकेशन तक सीधे पहुंच होगी। अधिकारी ने कहा कि साफ-सफाई, कक्षाओं में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने में विफल रहने वाले स्कूलों के खिलाफ सत कार्रवाई की जाएगी।