Edited By Riya bawa,Updated: 12 Jun, 2019 12:17 PM
शिक्षा निदेशालय ने पुराने सचिवालय के काफ्रेंस हॉल में...
नई दिल्ली(पुष्पेंद्र मिश्र): शिक्षा निदेशालय ने पुराने सचिवालय के काफ्रेंस हॉल में दिल्ली के लगभग 1700 निजी, अनएडेड व मान्यता प्राप्त स्कूलों में आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) और वंचित वर्ग (डीजी) कैटेगरी में नर्सरी, केजी और पहली कक्षा की खाली बची तकरीबन 14 हजार सीटों में से 8200 सीटों पर कम्प्यूटराइज्ड ड्रॉ घोषित कर दिया।
मंगलवार को शिक्षा निदेशालय के डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन योगेश प्रताप (पब्लिक स्कूल ब्रांच) ने नवोदय को बताया कि फिलहाल ईडब्ल्यूएस-डीजी श्रेणी की 8200 सीटों पर ड्रॉ आयोजित किया गया है। जिसके लिए अभिभावक निदेशालय की वेबसाइट पर लॉग इन कर अपने चुने गए बच्चे का नाम देख सकते हैं। निदेशालय आवेदन के दौरान पंजीकृत किए गए मोबाइल नंबर पर संदेश भी भेजेगा। ड्रॉ में सफल हुए बच्चों के अभिभावक अब उन्हें आवंटित हुए स्कूल में 30 जून से पहले स्कूल द्वारा मांगे गए दस्तावेज जमा करा दें।
बता दें ईडब्ल्यूएस श्रेणी के अभिभावकों के लिए आवेदन फॉर्म का प्रिंट आउट, बच्चे के दो फोटो, जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड(यदि है तो), निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र आदि में से जो भी स्कूल द्वारा मांगा जाए स्कूल में लेकर जाना होगा। 1700 स्कूलों में 25 फीसद ईडब्ल्यूएस-डीजी कोटे के तहत आरक्षित तकरीबन 45 हजार सीटों पर होने वाले दाखिलों के लिए निदेशालय को इस साल लगभग डेढ़ लाख आवेदन मिले थे। ईडब्ल्यूएस-डीजी श्रेणी में 42 हजार सीटों पर निकले पहले ड्रॉ में ही तकरीबन 31 हजार सीटें भर गईं थीं।
निदेशालय के आंकड़ों के अनुसार पहले ड्रॉ में सफल हुए करीब 7500 बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल में तय समय तक रिपोर्ट नहीं किया था। इसके अलावा पहले ड्रॉ के करीब 2000 सफल आवेदकों को स्कूलों ने दस्तावेजों में कमी के नाम पर दाखिले से इंकार कर दिया था।