Edited By Riya bawa,Updated: 16 Sep, 2019 10:12 AM
दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग...
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की रविवार को बीए प्रोग्राम प्रथम वर्ष की कक्षाएं सभी सेंटरों पर रद्द कर दी गई। बिना किसी पूर्व सूचना के कक्षाएं रद्द किए जाने से एसओएल छात्रों में आक्रोश फैल गया। गार्गी कॉलेज में कक्षाएं लेने पहुंची छात्राओं ने कक्षाएं स्थगित किए जाने के विरोध में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कॉलेज गेट का घेराव किया और सड़क जाम की।
वहीं एसओएल के छात्रों का कहना हे कि सुबह उनकी कक्षाएं बिना पूर्व सूचना के रद्द की गई और शाम के समय उन्हें मोबाइल पर मैसेज मिला। इसे छात्रों ने एसओएल प्रशासन की लापरवाही बताते हुए एसओएल के छात्रों के छात्र संगठन केवाईएस ने सोमवार को नॉर्थ कैम्पस स्थित एसओएल बिल्डिंग का घेराव करने की चेतावनी दी है।
सीबीसीएस लागू करने की हड़बड़ी
केवाईएस के प्रदेश दिल्ली राज्य कमेटी सदस्य हरीश गौतम का कहना है कि कक्षाएं स्थगित करने का एकमात्र कारण प्रशासन द्वारा बिना तैयारी के सीबीसीएस पाठ्यक्रम लागू करने की हड़बड़ी है। तैयारी की कमी की स्थिति यह है कि बीए प्रोग्राम छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की न तो नियुक्ति हुई है और न ही उनको स्टडी मटेरियल ही मिला है। यहां तक कि राजनीतिक विज्ञान के प्रथम वर्ष के छात्रों की कक्षाएं भी मात्र तीन भीड़ भरे सेंटरों पर कराई जा रही हैं। इन तीन सेंटर पर भी बैठने के इंतजाम की कमी है, साथ ही साथ पर्यावरण विज्ञान तथा जेनरिक इलेक्टिव विषयों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति ही नहीं हुई है। इस कारण से कक्षाएं लेने वाले छात्रों को मात्र 2 कक्षाएं लेने के बाद वापस घर जाने के लिए मजबूर किया जाता है।
सुबह कक्षाएं रद्द, मैसेज आया शाम को
हरीश गौतम का कहना है कि बेहद शर्मनाक है कि एसओएल प्रशासन द्वारा कक्षाएं स्थगित करने का मैसेज छात्रों को रविवार शाम 4 बजे भेजा जा रहा है। एक तरफ विश्वविद्यालय द्वारा आगामी सेमेस्टर परीक्षाओं की तारीख जारी की जा चुकी है लेकिन कक्षाएं शुरू, नया सिलेबस देने और प्रिंटेड किताबें देने संबंधी कोई सूचना छात्रों के पास नहीं है।