Edited By bharti,Updated: 09 Jun, 2018 07:38 PM
कंपीटिशन के इस दौर में नौकरी चले जाने की कोई गांरटी नहीं होती । एेसे में नौकरी की तलाश करते समय आपको...
नई दिल्ली : कंपीटिशन के इस दौर में नौकरी चले जाने की कोई गांरटी नहीं होती । एेसे में नौकरी की तलाश करते समय आपको कई भावनात्मक और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है। कई बार जॉब हंटिंग के कारण व्यक्ति डिप्रेशन में चला जाता है।ज्यादातक व्यक्तियों के लिए उनका करियर उनकी आइडेंटिटी से जुड़ा होता है और अक्सर देर तक नौकरी ना मिलने के कारण लोगों का आत्म विश्वास डगमगाने लगता है। इसके साथ ही लगातार रिजेक्शन भी आपमें फ्रस्ट्रेशन ला देता है। अगर अाप जॉब सर्च को लेकर डाउन फील कर रहे हैं तो आईए जानते हैं कि कैसे इन सब से मुक्ति पा सकते है
स्ट्रक्चर बनाएं
जॉब सर्च को लेकर एक शेड्यूल और बाउंड्री आपके जीवन में एक नियंत्रण लेकर आएगी जो कि आपका प्रोत्साहन बनाए रखेगी और सकारात्मक सोच विकसित करेगी। जैसे कि आप प्रतिदिन सुबह एक घंटा अपने रिजुमै को अपडेट करने में दें या फिर महीने में तीन नेटवर्किंग इवेंट्स में शामिल होने का लक्ष्य तय करें।
खुद को आॅर्गनाइज्ड रखें
आप जितने ऑर्गनाइज्ड होंगे, उतना कम आप भावुक होंगे और निराशाजनक सोच से बचे रहेंगे। जॉब सर्च को एक असाइन्मेंट की तरह देखें और स्टेप बाय स्टेप प्लान बनाए। जॉब सर्च को छोटे-छोटे टास्क में बांटने से एक बड़ी मदद मिलेगी।
खुद को ब्रेक दीजिए
छोटे-छोटे अंतराल में इंटरव्यू के लिए अपीयर होने से निराशा हो सकती है। मान लीजिए एक इंटरव्यू आपका अच्छा नहीं गया तो तुरंत दूसरे दिन इंटरव्यू शेड्यूल करने से आप उसमें भी हो सकता है परफॉर्म न कर पाएं। इसलिए खुद को समय दीजिए ताकि आप शारीरिक व भावनात्मक रूप से स्वस्थ महसूस कर पाएं
भावनात्मक सहयोग लें
जॉब सर्च के साथ कई तरह की भावनाएं, डर और विश्वास जन्म लेने लगते हैं। अगर आप इन भावनाओं को दबाने की कोशिश करेंगे तो यह आपके स्ट्रेस हार्मोंस डेवलप कर देगा और आप डाउन फील करेंगे। इसकी बजाए इन भावनाओं को एक सिग्नल मानिए और अपने नजरिए और सोच में बदलाव लाइए। इसका सबसे अच्छा तरीका है अपने पारिवारिक सदस्य या किसी दोस्त से दिल की बात करना। ऐसे मौके पर भावनात्मक सहयोग लेने से चूके नहीं। इससे आप निराशाजनक स्थिति से जल्द बाहर आएंगे।