Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Apr, 2018 03:46 PM
डीयू के 50 कॉलेजों में से 70 प्रतिशत छात्राओं ने कहा कि 40 से ज्यादा कॉलेजों में आईसीसी की सदस्यों के नंबर और उनके पद का डिस्पले बोर्ड तक नहीं लगाया गया है।
नई दिल्ली: डीयू के 50 कॉलेजों में से 70 प्रतिशत छात्राओं ने कहा कि 40 से ज्यादा कॉलेजों में आईसीसी की सदस्यों के नंबर और उनके पद का डिस्पले बोर्ड तक नहीं लगाया गया है। ज्यादातर छात्राओं को पता ही नहीं है कि वह यौन शोषण से संबंधित शिकायत कॉलेज में कहा पर कर सकती हैं। यह दावा वीरवार को एनएसयूआई द्वारा डीयू के 50कॉलेजों में यौन उत्पीडऩ और कॉलेजों में बनाई इंटरनल कंप्लेंट कमेटी (आईसीसी) के हालात को जानने के लिए किए गए सर्वे की रिपोर्ट जारी करते हुए किया।
एनएसयूआई ने दावा किया है कि सर्वे में यह भी खुलासा हुआ है कि 50 कॉलेजों में से 22 कॉलेज ऐसे हैं जहां पर लोकतांत्रिक तरीके से इंटर्नल कंप्लेंट कमेटी के सदस्यों का चुनाव तक नहीं किया गया है। यह खुले तौर पर यूजीसी के नियमों का उल्लंघन है।
एनएसयूआई के दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता नीरज मिश्रा ने कहा कि तीन महीने से एनएसयूआई प्रतिनिधियों ने 50 कॉलेजों में जाकर 850 छात्राओं की सर्वे रिपोर्ट तैयार की है। इसमें यह बात सामने आई है कि हर चार महिला छात्रा में से एक छात्रा यौन शोषण जैसे मामलों से पीड़ित है।