Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Apr, 2018 04:38 PM
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को मिड-डे मील का नया मेन्यू रास नहीं आ रहा है। मेन्यू बच्चों की पसंद न पसंद को दरकिनार कर अधिकारियों ने खुद
नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को मिड-डे मील का नया मेन्यू रास नहीं आ रहा है। मेन्यू बच्चों की पसंद न पसंद को दरकिनार कर अधिकारियों ने खुद ही सेट कर दिया है। जिस कारण यह स्थिति पैदा हो गई है। सप्ताह में चार दिन बच्चों को खिचड़ी और दलिया खाने में दिया जाता है, जो उन्हें खास पसंद नहीं आ रहा है।
जिसके चलते बच्चे अपने घरों से खाने का टिफिन लाने को मजबूर हैं। शिक्षा निदेशालय द्वारा 23 मार्च 2018 को एक सर्कुलर जारी किया गया था, जिसमें स्कूलों में बच्चों को सोमवार व शुक्रवार को खिचड़ी और वीरवार व शनिवार को मीठा दलिया दिया जाएगा।
वहीं, मंगलवार को बेसन और आटे की पूड़ी व आलू या अन्य सब्जियां और बुधवार को राजमा-चावल देने का प्रावधान किया गया था। हालांकि सर्कुलर में शिक्षा निदेशालय ने बच्चों की इच्छानुसार मेन्यू में फेरबदल करने की भी सलाह दी थी। लेकिन स्कूल किसी भी प्रकार का फेरबदल नहीं कर रहा है।
प्राइमरी स्कूल में कार्यरत अध्यापक कुलदीप गेरेवाल ने बताया कि नया मेन्यू बच्चों की पसंद से परे है। काफी मुश्किल से बच्चों ने मिड-डे मील खाना शुरू किया था। लेकिन नए मेन्यू के आने से बच्चों ने फिर घर से टिफिन लाना शुरू कर दिया है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि आजकल के बच्चे जहां बरगर और पिज्जा के दीवाने हैं, वहां वह खिचड़ी और दलिया को कैसे पसंद करेंगे, यह समझ से परे है, फिर अधिकारियों ने खिचड़ी और दलिया को मिड डे मील के लिए मंजूरी कैसे दे दी?