Edited By Sonia Goswami,Updated: 06 Nov, 2018 02:58 PM
डाक्टरों को एमबीएसएस में ही मरीजों के साथ सही व्यवहार करने के नुस्खे सिखाए इसलिए अब मरीजों को डाक्टरों के दुर्व्यवहार का सामना नहीं करना पड़ेगा।
नई दिल्लीः डाक्टरों को एमबीएसएस में ही मरीजों के साथ सही व्यवहार करने के नुस्खे सिखाए इसलिए अब मरीजों को डाक्टरों के दुर्व्यवहार का सामना नहीं करना पड़ेगा। ये नुस्खे बाकायदा एमबीबीएस के पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा और सभी डाक्टरों को इसे पढ़ना और सीखना अनिवार्य होगा। एमबीबीएस के नए पाठ्यक्रम में अगले शैक्षिक सत्र से ही इसे पढ़ाया जाना शुरू हो जाएगा।
दरअसल 21 सालों के बाद पहली बार एमबीबीएस का पाठ्यक्रम बदलने जा रहा है। इसे डाक्टरों और मरीजों के लिए ज्यादा से ज्यादा उपयोगी बनाने की कोशिश की गई है। इसी क्रम में पाठ्यक्रम में डाक्टरों और मरीजों के रिश्ते को भी शामिल किया गया है। अस्पतालों में डाक्टरों और मरीजों व उनके परिवार वालों के बीच झगड़े की बात अक्सर सामने आती रहती है। इसके कारण कई बार सुरक्षा की मांग को लेकर डाक्टर सामूहिक अवकाश भी चले जाते हैं। इसके पीछे असली कारण यह माना जा रहा है कि डाक्टरों को बीमारी के इलाज के बारे में तो पढ़ाया जाता है, लेकिन इलाज कराने आए मरीजों के साथ व्यवहार की शिक्षा नहीं दी जाती है।
नए पाठ्यक्रम में उन्हें इलाज के दौरान फैसले लेने क्षमता, नैतिक मूल्यों के साथ-साथ बातचीत के तरीके भी सिखाए जाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि एमबीबीएस के पाठ्यक्रम में इस शिक्षा को हासिल करने वाले डाक्टर मरीजों के साथ बेहतर तरीके से पेश आएंगे।