Edited By bharti,Updated: 04 Jun, 2019 11:40 AM
दिल्ली विश्वविद्यालय शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए बनी प्रवेश समिति की हुई बैठक में प्रवेश प्रक्रिया से जुड़े महत्वपूर्ण...
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए बनी प्रवेश समिति की हुई बैठक में प्रवेश प्रक्रिया से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इनमें स्पोर्ट्स और ईसीए कोटे के दाखिलों पर जहां बदलाव किया गया। वहीं डीयू ने केंद्र सरकार को पत्र लिख दिल्ली सरकार को ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश देने का आग्रह किया गया। अकादमिक परिषद के सदस्य प्रो. रसाल सिंह ने बताया कि डीयू की प्रवेश समिति ने बैठक में निर्णय किया है कि ईसीए और स्पोर्ट्स कोटे के दाखिले के लिए कॉलेज स्तर की 5 प्रतिशत कोटा रहेगा। मगर विषयवार या विभागवार यह 10 फीसदी तक हो सकती है । विषयवार यह 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा। ताकि ईसीए और स्पोर्ट्स श्रेणी के प्रतिभाशाली आवेदकों को प्रवेश दिया जा सके। प्रो. रसाल सिंह ने बताया कि दिविवि ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर उसे दिल्ली सरकार को ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। इससे संबंधित वर्ग के छात्र छात्राएं केंद्र सरकार की समावेशी नीति से लाभ उठा सकेंगे और दिविवि में प्रवेश ले सकेंगे।
आवेदन का आंकड़ा दो लाख के करीब
दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रमों में आवेदन की प्रक्रिया शुरू होते इसबार छात्रों में दाखिले के लिए प्रति अधिक उत्साह दिखाई दे रहा है। आलम यह है कि आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 30 मई से शुरू हुई है और सोमवार तीन जून को आवेदन प्रक्रिया के चौथे दन ही आवेदन का आंकड़ा शाम छह बजे तक स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए दो लाख के करीब पहुंच गया। दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सोमवार शाम छह बजे तक कुल 1,92,213 छात्र अपना पंजीकरण करा चुके है। जबकि इनमें से 98,728 छात्रों ने शुल्क का भुगतान कर पंजीकरण पक्का कर लिया है। पंजीकरण करने वालों में 62,868 गैरआरक्षित आवेदक है, जबकि ओबीसी 16,874 एससी 14,348 एसटी 2,904 और ईडब्लूएस श्रेणी के 1734 आवेदक शामिल हैं।
ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट को लेकर छात्र सबसे अधिक परेशान
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के नॉर्थ कैंपस में स्टूडेंट वेलफेयर के डीन कार्यालय की तरफ से ओपन-डे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डीयू में दाखिले के संबंध में छात्रों की समस्याओं को दूर करने के लिए आयोजित ओपन- डे में छात्र सबसे अधिक परेशान ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट को लेकर दिखाई दिए। सोमवार को ओपन-डे में पहुंचे छात्रों में बड़ी संख्या में छात्रों ने यह समस्या रखी कि यदि वह तहसीलदार और एसडीएम के पास अपना ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र बनवाने के लिए जा रहे हैं तो वह नहीं बना रहे हैं। जवाब दिया जा रहा है कि इस संबंध में कोई नोटिफिकेशन उन्हें अभी तक नहीं मिला है। ऐसे में वह क्या कर सकते हैं। इसके साथ ही स्पोट्र्स कोटे से दाखिले के संबंध में एक छात्र ने पूछा कि उसके पास नेशनल लेवल का सर्टिफिकेट है। 2016 में उसे यह मिला था, क्या वह मान्य होगा। इस पर छात्र को बताया गया कि स्पोट्र्स का सर्टिफिकेट तीन साल से पुराना नहीं होना चाहिए, वहीं सर्टिफिकेट मान्य होगा,जो तीन साल की अवधि का होगा, उससे पुराना नहीं चलेगा। इस दौरान डीएसडब्ल्यू प्रो. राजीव गुप्ता, ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी डॉ सुकांतो दत्ता, स्टूडेंट वेलफेयर की डिप्टी डीन हेना सिह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।