Edited By Riya bawa,Updated: 28 Jul, 2019 02:16 PM
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में शैक्षणिक सत्र 2019-20 ...
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में शैक्षणिक सत्र 2019-20 में दाखिले के लिए अब भी कई कॉलेजों में विभिन्न विषयों में आरक्षित वर्ग की सीटें खाली हैं। खाली सीटों को भरने के लिए विवि ने अपने स्तर से स्पेशल ड्राइव चलाने की घोषणा कर दी है। मगर इसी क्रम में डीयू एससी, एसटी, ओबीसी टीचर्स फोरम ने डीयू के वाइस चांसलर प्रो. योगेश कुमार त्यागी को पत्र लिख पहले खाली सीटों और स्वीकृत सीटों पर हुए कुल दाखिलों का आंकड़ा मंगवाने की मांग की है। कॉलेजों में कुल दाखिले और आरक्षित वर्ग की सीटों पर हुए दाखिले के आंकड़े उपलब्ध होने पर डीयू आरक्षित वर्ग की खाली सीटों के लिए स्पेशल ड्राइव चलाए।
एससी, एसटी, ओबीसी टीचर्स फोरम चेयरमैन प्रो. हंसराज सुमन ने वीसी को लिखे पत्र में लिखा है कि हर साल आरक्षित वर्ग की सीटें भरने को स्पेशल ड्राइव चलाया जाता है, मगर केवल खानापूर्ति के लिए। कॉलेजों ने इन सीटों को भरने के लिए पहली से पांचवीं कटऑफ में कटऑफ डाउन करना चाहिए था लेकिन वह किया नहीं। जिससे गत वर्ष भी आरक्षित श्रेणी के छात्र-छात्राएं प्रवेश लेने से वंचित रह गए थे। इस वर्ष भी वहीं स्थिति दोहराई जा रही है।
तीसरी कटऑफ और चौथी कटऑफ तक आरक्षित वर्ग के छात्रों के प्रवेश बहुत कम मात्रा में हुए हैं और कॉलेजों ने अपनी कट ऑफ कम नहीं की, कुछ कॉलेजों को छोड़कर अधिकांश कॉलेजों में 15 से 20 कहीं-कहीं तो 30 प्रतिशत एसटी वर्ग की सीटें खाली पड़ी है। जबकि सामान्य वर्गों के छात्रों के प्रवेश की सीटें लगभग भर गई है। कुछ कॉलेजों ने तो निर्धारित सीटों से ज्यादा पर प्रवेश हुआ है यानी प्रवेश संख्या से अधिक हुए हैं और कॉलेजों को उसकी एवज में एससी, एसटी, ओबीसी व पीडब्ल्यूडी कोटे के छात्रों को प्रवेश दिया जाना चाहिए लेकिन कॉलेजों ने ऐसा किया नहीं? उन्होंने कॉलेजों से तुरंत आंकड़े जारी कर उसे वेबसाइट पर डिस्प्ले करने की मांग की है।