Edited By pooja,Updated: 26 Sep, 2018 11:32 AM
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के दयाल सिंह कॉलेज में प्रबंध समिति द्वारा कॉलेज प्राचार्य को लंबी छुट्टी पर भेजने के बाद मामला गर्माता जा रहा है। इस मुद्दे पर जहां दिल्ली
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के दयाल सिंह कॉलेज में प्रबंध समिति द्वारा कॉलेज प्राचार्य को लंबी छुट्टी पर भेजने के बाद मामला गर्माता जा रहा है। इस मुद्दे पर जहां दिल्ली विश्वविद्यालय प्राचार्य संघ ने भी इस मुद्दे पर आपात बैठक कर जीबी अध्यक्ष के आदेश को गैरकानूनी करार दिया है, वहीं दिल्ली के सिख विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने जीबी अध्यक्ष के इस रवैये को तानाशाही भरा और प्रिंसिपल के खिलाफ बदले की भावना वाला बताया है। साथ ही इस मुद्दे पर सिरसा ने बीजेपी के वरिष्ठ नेतृत्व से सवाल किया हैकि क्या कोई जीबी अध्यक्ष अमिताभ सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के दयाल सिंह कॉलेज की प्रबंध समिति (जीबी) ने सोमवार को एक आदेश जारी कर कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर इंद्रजीत सिंह बक्शी को लंबी छुट्टी पर भेज दिया था। प्राचार्य ने इस आदेश को गैरकानूनी करार देते हुए मानने से इनकार कर दिया और मंगलवार को कॉलेज जाकर प्रतिदिन की तरह कार्य किया। प्राचार्य डॉक्टर बक्शी ने कहा कि मैंने जीबी के अध्यक्ष के ईमेल का जवाब ईमेल के ही माध्यम से दिया है। क्योंकि जीबी का आदेश गैरकानूनी है इसलिए मैं मंगलवार को कॉलेज गया और हर रोज की तरह अपना कार्य किया। उन्होंने इस बात की जानकारी डीयू के कुलपति को भी भेज दी थी। प्राचार्य ने जीबी के अध्यक्ष को भेजे ईमेल में उनकी छवि को खराब करने का भी आरोप लगाया और कहा कि उनके पास न्याय पाने के लिए कानून का रास्ता भी है।
साथ ही डॉक्टर बक्शी ने कहा कि दयाल सिंह कॉलेज प्राचार्य के रूप में काम करते हुए मुझे शरीरिक हानि पहुंचती है तो उसके अकेले जीबी अध्यक्ष ही जिम्मेदार होंगे। उन्होंने यह ईमेल डीयू के कुलपति के अलावा दक्षिण परिसर के निदेशक, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय और दक्षिण दिल्ली के पुलिस उपायुक्त को भी भेजा है। दयाल सिंह कॉलेज के प्राचार्य के मामले को देखते हुए डीयू प्राचार्य संघ की मंगलवार को आपात बैठक बुलाई गई। इसमें कुलपति से दयाल सिंह कॉलेज के जीबी अध्यक्ष को तुरंत हटाने की मांग की गई। साथ ही उनकी जीबी सदस्यता भी समाप्त करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही जीबी को प्राचार्य को लंबी छुट्टी पर भेजने के फैसले को भी वापस लेने का निर्देश दिया गया है।