Edited By bharti,Updated: 03 May, 2019 04:32 PM
सीबीएसई बोर्ड में तीसरे स्थान पर जगह बनाने वाली महक तलवार अपने परिवार में पहली लड़की है, जिसने बारहवी बोर्ड मेें ह्यूमेनैटिस ...
नई दिल्ली: सीबीएसई बोर्ड में तीसरे स्थान पर जगह बनाने वाली महक तलवार अपने परिवार में पहली लड़की है, जिसने बारहवी बोर्ड मेें ह्यूमेनैटिस आर्ट्स विषय को चुना और इतिहास रच दिया। साथ ही महक एक लेखक भी है। दरअसल, महक की ग्यारहवीं कक्षा में द पैंथॉम पैराडॉक्स नामक किताब प्रकाशित हो चुकी है। रोहिणी फेज 3, सेक्टर 22 स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल की छात्रा महक बोर्ड परीक्षा में 497 माक्र्स लाकर तीसरे स्थान पर रही हैं। महक के साइकोलॉजी में 100/100, सोशलॉजी में 100/100, इतिहास में 100/100, राजनीतिक विज्ञान में 100/100 और अंग्रेजी में 100/97 अंक आए हैं। साथ ही महक ने दसवी बार्ड की परीक्षा में 10 सीजीपीए माक्र्स लाई थी। अपने इस कामयाबी के बारे में बताते हुए महक ने कहा कि मेरे परिवार के सभी सदस्य डॉक्टर हैं। ऐसे में मैं घर में पहली लड़की हूं, जिसने आर्ट्स से पढ़ाई की है। दसवीं बोर्ड में 10 सीजीपीए आने के बाद भी पेरेंटस ने कभी साइंस विषय लेने के लिए नहीं कहा। उन्होंने बताया कि मुझे लिखना पसंद है, इसीलिए मैंने आर्ट्स विषय को चुना। यही वजह है कि ग्यारहवीं कक्षा में मैने अपनी पहली किताब लिखी।
सेल्फ स्टडी से बनी टॉपर
हक ने बताया कि वो कभी भी ट्यूशन नहीं गई। वो घर में ही छह से आठ घंटे पढ़ाई करती थी क्योंकि मेरा मानना है कि बोर्ड परीक्षा में सेल्फ स्टडी से आराम से अच्छे नंबर ला सकते हैं। उन्होंने बताया कि अपनी नींद वो हमेशा पूरा करती थी। ताकि वो एक फ्रेश माइंड के साथ पढ़ाई कर सके। साथ ही वो पढ़ाई के दौरान अपने को तरोताजा रखने के लिए वॉक करती थी।
डीयू में पढऩा चाहती हैं महक
अपने भविष्य की प्लानिंग के बारे में बताते हुए महक ने कहा कि वो अब डीयू के टॉप कॉलेज में अंग्रेजी और साइकोलॉजी ऑनर्स करना चाहती है। डीयू के लेडी श्रीराम कॉलेज, हंसराज कॉलेज, सेंट स्टीफन कॉलेज उनकी पहला पसंद है।
लोकतंत्र को कायम रखने के लिए मतदान जरूरी
17वीं लोकसभा चुनाव में पहली बार महक अपने मत का प्रयोग करेंगी। महक की मानें तो लोकतंत्र को कायम रखने के लिए वोट सभी को करना चाहिए और पहली बार वो लोकतंत्र के इस महापर्व में अपना योगदान देगी। उनका कहना है कि सरकार बनती बिगड़ती रहती है, लेकिन सभी लोगों अपने मतों का प्रयोग करना चाहिए। ताकि वो एक बेहतर भारत में अपना योगदान दे सकें।