Edited By Sonia Goswami,Updated: 25 Aug, 2018 12:02 PM
शिक्षा सिर्फ किताबी नहीं होनी चाहिए। जिंदगी की व्यावहारिक शिक्षा भी महत्वपूर्ण है। युवाओं के मन में किसी मंजिल को जल्द पाने की लालसा और धैर्य की कमी मानसिक तनाव का कारण बनता है।
पटनाः शिक्षा सिर्फ किताबी नहीं होनी चाहिए। जिंदगी की व्यावहारिक शिक्षा भी महत्वपूर्ण है। युवाओं के मन में किसी मंजिल को जल्द पाने की लालसा और धैर्य की कमी मानसिक तनाव का कारण बनता है। द स्ट्रगलर की ओर से युवाओं की स्थिति को दर्शाता नुक्कड़-नाटक “स्टेज ऑफ लाइफ’ की प्रस्तुति शुक्रवार को प्रेमचंद रंगशाला के बाहरी परिसर में हुई। नुक्कड़-नाटक ने यह संदेश दिया कि किसी चीज को पाने की जल्दबाजी में कोई गलती नहीं करनी चाहिए। समय का इंतजार करना चाहिए, मंजिल जरूर मिलती है। इस नाटक में सौरभ सागर, महेंद्र कुमार, विशाल गुप्ता, संजू पासवान, आर्यन राज, पूजा कुमारी, सत्यम शिवम, विपिन कुमार, देवराम कुमार, राणा निलेंद्र, व अंकित ने अभिनय किया।