Edited By Sonia Goswami,Updated: 28 Nov, 2018 10:56 AM
पंजाब सरकार ने अध्यापकों के आंदोलन को विफल करने के लिए कार्रवाई और तेज कर दी है।
चंडीगढ़ : पंजाब सरकार ने अध्यापकों के आंदोलन को विफल करने के लिए कार्रवाई और तेज कर दी है। इसके तहत जहां अध्यापक मोर्चे के प्रदेश कन्वीनर हरजीत बसोता का 100 किलोमीटर दूर तबादला कर दिया गया है, वहीं कई प्रमुख नेताओं के निलंबन के बाद अगली सुनवाई के लिए बुलाकर डिसमिस करने की तैयारी की जा रही है। इस दौरान सांझे अध्यापक मोर्चे ने सख्त रुख अख्तियार कर 2 दिसम्बर को मुख्यमंत्री का शहर पटियाला की घेराबंदी कर जवाब देने का ऐलान किया है।
मोर्चा के प्रदेश कन्वीनरों सुखविंद्र सिंह चाहल, बलकार सिंह वल्टोहा, दविंद्र सिंह पूनिया और बाज सिंह खैहरा व अन्य अध्यापक नेताओं ने बताया कि ताजा घटनाक्रम के तहत शिक्षा सचिव की ओर से मोर्चा के प्रदेश कन्वीनर बसोता से धक्केशाही कर बदली मोहाली से गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक इलाके में करने का फरमान जारी किया है। साथ ही तनख्वाह कटौती का फैसला वापस करवाने और कई-कई सालों से शोषण का शिकार कच्चे, ठेका आधारित अध्यापकों को पूरा वेतनों पर रैगुलर करवाने समेत अन्य मांगों की पूॢत को लेकर मोर्चे के संघर्ष में गतिशील अध्यापक नेताओं हरदीप टोडरपुर, दीदार मुद्दकी, भरत कुमार, हरविंद्र रखड़ा और हरजीत जीदा को निलंबित करने के बाद अब 28 नवम्बर को मोहाली में निजी सुनवाई पर बुलाकर सेवाएं खत्म करने की बात कही है।