Edited By Sonia Goswami,Updated: 07 Dec, 2018 10:51 AM
महाभारत कालीन सभ्यता से जुड़े यमुनानदी के किनारे बसे उत्तर प्रदेश के इटावा की 130 साल पुराना एक शिक्षण संस्था ने सांप्रदायिक सदभाव की मिसाल पेश कर रहा है।
इटावाः महाभारत कालीन सभ्यता से जुड़े यमुनानदी के किनारे बसे उत्तर प्रदेश के इटावा की 130 साल पुराना एक शिक्षण संस्था ने सांप्रदायिक सदभाव की मिसाल पेश कर रहा है। देश के तीसरे राष्ट्रपति जाकिर हुसैन से लेकर सैकडों की तादात में नामचीन लोग इस कालेज में अपनी प्रारंभिक शिक्षा अर्जित कर चुके है। इटावा हिंदी सेवा निधि का सालाना समारोह इसी कालेज परिसर मे आयोजित होता है जिससे यह कालेज खुद वा खुद सुर्खियो को आ जाता है। कालेज के तत्कालीन प्रधानाचार्य मोहम्मद तारिक भी अन्य हिंदी सेवियो के साथ सम्मानित किए जा चुके है। इस लिहाज से यह दोहरी उपलब्धि हिंदी के उत्थान के नजरिये से देखी जाएगी ।
हिंदी सेवा निधि का 26वां वार्षिक अधिवेशन आठ दिसम्बर को इसी कालेज परिसर में आयोजित किया जा रहा है। समारोह को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड के राज्यपाल बेबीरानी मौर्य इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगी। सारस्वत सम्मान में देश के जाने माने 21 हिंदी सेवियो को सम्मानित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हदयनारायण दीक्षित इनमें प्रमुख है। इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण हिंदी सेवियो मे प्रख्यात पत्रकार वेदप्रताप वैदिक, बुदिनाथ मिश्र, नवाज देवबंदी आदि है ।