Edited By Sonia Goswami,Updated: 26 Oct, 2018 12:26 PM
कोई लोगों का सपना होता है कि वे विदेश में जाकर पढ़ाई करें, लेकिन जानकारी के अभाव में ऐसा नहीं हो पाता है और वे धोखे का शिकार हो जाते हैं। इसलिए विदेश में पढ़ाई करने के लिए जाने से पहले हमेशा कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आपको कोई दिक्कत का...
कई लोगों का सपना होता है कि वे विदेश में जाकर पढ़ाई करें, लेकिन जानकारी के अभाव में ऐसा नहीं हो पाता है और वे धोखे का शिकार हो जाते हैं। इसलिए विदेश में पढ़ाई करने के लिए जाने से पहले हमेशा कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आपको कोई दिक्कत का सामना ना करना पड़े। जैसा कि सभी जानते हैं कि फॉरेन में पढ़ाई करने के लिए Test of English as a Foreign Language (TOEFL) में पास होना बेहद जरुरी है। इसके माध्यम से छात्रों की अंग्रेजी भाषा के ज्ञान को परखा जाता है। ये भाषा 130 देशों में मान्य है। टोफेल का स्कोर वैसे दो साल के लिए मान्य होता है।
क्या जानते हैं ये टेस्ट कौन लेता है?
अमेरिका बेस्ट एजुकेशन टेस्टिंग सर्विस TOEFL टेस्ट को आयोजित करवाता है (ETS)। TOEFL टेस्ट के लिए दो तरह के फॉर्मेंट तैयार किए जाते हैं।
1.इंटनेट बेस्ड टेस्ट (TOEFL IBT)
2.पेपर बेस्ड टेस्ट (TOEFL PB)
बता दें कि ज्यादातर छात्र TOEFL IBT में ही भाग लेते हैं, क्योंकि ये टेस्ट साल में 50 बार के करीब आयोजित किया जाता है। छात्र जितनी बार चाहें, टेस्ट में हिस्सा ले सकते हैं।
क्या जानते हैं किस तरह के पूछे जाते हैं सवाल
इस टेस्ट को चार भागों में बांटा जाता है।
1.रीडिंग (0-30) 22-30
2.राइटिंग (0-30) 24-30
3.लिसनिंग (0-30) 22-30
4.स्पीकिंग (0-30) 26-30
इन बातों का रखें ध्यान
पहले रिसर्च करें- वैसे तो हर पढ़ाई या कोर्स के लिए रिसर्च करना आवश्यक है, लेकिन विदेश में पढ़ाई की बात है तो ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। बता दें कि अलग-अलग देशों में पढ़ाई का अलग-अलग सिस्टम होता है, इसलिए वहां के पैटर्न आदि के बारे में पहले जानकारी ले लें। फिर इस बात का भी ध्यान रखें कि बहुत से देशों में अंग्रेजी मेन लैंग्वेज नहीं है, इसलिए इसका पहले ही पता कर लें।
कोर्स की मान्यता की लें जानकारी- आप जो भी कोर्स करना चाहते हैं, उसके बारे में अच्छे से पढ़ लें। साथ ही, यह ध्यान में रखें कि यह उस देश में क्यों बेहतर है और उसके लिए कौन-कौन से संस्थान हैं। साथ ही, विदेश में कोई भी प्रोग्राम चुनने से पहले इस बात की तस्दीक भी कर लेनी चाहिए कि उससे फ्यूचर में करियर में क्या फायदा मिलेगा।
मान्यता की जानकारी ले लें- कोर्स में एडमिशन लेने से पहले इस बात का भी पता लगा लें कि आपने जो कोर्स चुना है, उसे मान्यता भी हासिल है या नहीं। इस बात का जरूर ध्यान रखें कि विदेश में पढ़ाई का मतलब यह नहीं है कि वहां सब अच्छा ही होगा। जैसे हमारे यहां फ्रॉड होते हैं, वैसे ही फर्जी कोर्स विदेशों में भी काफी होते हैं।
खर्चे का पता करें- आखिरी समय में आपको फंड की समस्या नहीं होनी चाहिए। खासतौर पर जब आपका बच्चा पढ़ाई के लिए विदेश जाने को बिल्कुल तैयार हो। इसके लिए आप ब्रेक-अप तैयार करें और खर्च का अनुमान लगाते समय सही खर्च जोड़ें। अमेरिका में पढ़ाई के लिए भेजने में सालाना 25-50 लाख रुपये का खर्च आ सकता है। दूसरे कई देशों में हालांकि यह सस्ता है। उसके आधार पर ही फैसला लें।