Edited By pooja,Updated: 30 Apr, 2018 09:59 AM
परीक्षा सुधारों पर ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने एक कमिटी गठित की थी जिसने ओपन बुक एग्जामिनेशन का सुझाव दिया है।
नई दिल्ली: परीक्षा सुधारों पर ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने एक कमिटी गठित की थी जिसने ओपन बुक एग्जामिनेशन का सुझाव दिया है। ओपन बुक एग्जामिनेशन के दौरान छात्रों को अपनी किताबों या नोट्स की मदद लेने दी जाती है। इसका लक्ष्य छात्रों के ज्ञान को उपयोग में लाना है, साथ ही परीक्षकों से उम्मीद की जाती है कि वे केवल टेक्स्टबुक के बजाय प्रश्नों के संदर्भ पर भी ध्यान दें।
रट्टा लर्निंग को खत्म करने, छात्रों का ज्ञान परखने और परीक्षा में सुधार लाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। चार सदस्यीय समिति ने इंजीनियरिंग कोर्स के लिए "ओपन बुक एग्जामिनेशन" की सिफारिश की है। जनवरी महीने में गठित पैनल ने टेक्निकल एजुकेशन के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) को परीक्षा और अन्य सिफारिशों पर अपनी रिपोर्ट जमा कर दी है।
कमिटी का मानना है कि ओपन बुक सिस्टम से खासतौर पर ऐप्लिकेशन, अनैलिसिस और इवैल्युएशन में स्टूडेंट्स की स्किल्स का परीक्षण करने में काफी मदद मिलेगी। कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 'ओपन बुक एग्जामिनेशन भी लिखित परीक्षा की तरह ही है लेकिन इसमें छात्रों को अपने साथ क्लास नोट्स, टेक्स्टबुक्स या अन्य स्टडी मटीरियल ले जाने की अनुमति होगी। इससे उन पर रटने का दबाव नहीं रहेगा और वे तनावमुक्त रहेंगे। इससे समस्या को हल करने और सोचने की क्षमता में बढ़ोतरी होगी।'