Edited By Sonia Goswami,Updated: 16 Jul, 2018 10:03 AM
हरियाणा के शिक्षा विभाग ने कहा कि उसने शिक्षकों को बच्चों को पहली कक्षा से ही अंग्रेजी पढऩे,लिखने और बोलने में मदद करने के समर्थ बनाने के वास्ते उनमें योग्यता निर्माण की पहल शुरु की है।
चंडीगढ़ः हरियाणा के शिक्षा विभाग ने कहा कि उसने शिक्षकों को बच्चों को पहली कक्षा से ही अंग्रेजी पढऩे,लिखने और बोलने में मदद करने के समर्थ बनाने के वास्ते उनमें योग्यता निर्माण की पहल शुरु की है। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि ‘ मैं अंग्रेजी से नहीं डरता (आई एम नॉट अफ्रेड ऑफ इंग्लिश)’ नामक इस कार्यक्रम के तहत हर प्रखंड में एक प्राथमिक मूल प्रशिक्षण अध्यापक और एक अन्य कर्मी को हर कक्षा में रोजाना बच्चों को एक वाक्य सिखाने का प्रशिक्षण दिया गया है।
इसके लिए 1000 वाक्यों एवं मुहावरों की एक पुस्तिका तैयार की गयी है। उसमें प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए पांचवीं कक्षा तक में हर कक्षा के लिए 200 वाक्य हैं। इस प्रकार पहली कक्षा का बच्चा जब पाचवीं पढ़कर निकलेगा तब उसे कम से कम 1000 वाक्य याद हो जाएंगे।