Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 11:56 AM
जेएनयू में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए अब हर रोज क्लास लगाना अनिवार्य होगा। विश्वविद्यालय ने दिसंबर...
नई दिल्ली: जेएनयू में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए अब हर रोज क्लास लगाना अनिवार्य होगा। विश्वविद्यालय ने दिसंबर में घोषणा की थी कि उपस्थिति अनिवार्य कर दी जाएगी और दिशा निर्देशों के लिए एक समिति बनाई गई थी। उपस्थिति पूरी ना होने पर छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगें। वहीं स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल हो सकेंगे जिनकी कम से कम उपस्थिति 75 फीसदी होगी। छात्रों के संघ और शिक्षक संघ ने इस कदम के आलोचना की है और सिस्टम को बहिष्कार करने के लिए कहा है।
हालांकि, अगर कोई छात्र वाजिब चिकित्सकीय आधार पर गैर मौजूद रहता है तो 60 प्रतिशत उपस्थिति पर्याप्त होगी। अनिवार्य उपस्थिति कमेटी की सिफारिश के आधार पर सहायक रजिस्ट्रार (मूल्यांकन) सज्जन सिंह की ओर से जारी परिपत्र में कहा गया है कि बीए, एमए, एमएससी, एमटेक, पीजी डिप्लोमा, एमफिल, पीएचडी और सभी अंशकालिक पाठ्यक्रमों के छात्रों को सेमेस्टर के अंत की परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है।
जेएनयू की ओर से जारी एक परिपत्र में कहा गया है, ‘वाजिब शैक्षणिक आधार पर विश्वविद्यालय से गैर मौजूद रहने वाले एमफिल और पीएचडी के छात्रों को सुपवाइजर/संबंधित केंद्र के अध्यक्ष और सक्षम प्राधिकार से पूर्व अनुमति लेनी होगी’। एमफिल और पीएचडी के छात्रों को सुपरवाइजर की अनुमति से एक शैक्षाणिक वर्ष में 30 दिन की छुट्टी भी प्रदान की गयी है।