Edited By bharti,Updated: 23 Oct, 2018 06:54 PM
सिम्बायोसिस अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षांत समारोह को संबोधित ....
नई दिल्ली : सिम्बायोसिस अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शिक्षा में वैश्विक मानक हासिल करने के लिए सरकार ने देश के 20 उच्च शिक्षा संस्थानों को प्रतिष्ठित संस्थाओं के रूप में विकसित करने का फैसला किया है। इस बारे में उन्होंने कहा कि कि भारत में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों का व्यापक नेटवर्क है, लेकिन इसके बावजूद शिक्षा की विश्वस्तरीय गुणवत्ता हासिल करने के मामले में अभी भी कुछ कमियां रह गई हैं।
प्रतिष्ठित संस्था बनाने का किया आह्वान
राष्ट्रपति ने उल्लेख किया कि भारत में 903 विश्वविद्यालय और 39,050 कॉलेजों का व्यापक नेटवर्क है लेकिन इसके बावजूद शिक्षा की विश्वस्तरीय गुणवत्ता हासिल करने के मामले में इनमें अभी भी कुछ कमियां रह गई हैं। कोविंद ने कहा, ‘‘इस परिप्रेक्ष्य में सरकार ने देश के 20 उच्च शिक्षा संस्थानों को प्रतिष्ठित संस्थाओं के रूप में विकसित करने का फैसला किया है। इन संस्थाओं को नियुक्तियां करने और पाठ्यक्रम तय करने का अधिकार दिया जाएगा, ताकि वे विश्वस्तरीय शिक्षा मानकों को हासिल कर सकें। उन्होंने इस अवसर पर सिम्बायोसिस के प्रशासनिक अधिकारियों, प्रोफेसरों, छात्रों और पूर्व छात्रों से सिम्बायोसिस में कम से कम एक ऐसी प्रतिष्ठित संस्था बनाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि कि यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि भारत सदियों से शिक्षा का केन्द्र रहा है। तक्षशिला से लेकर नालंदा तक इस उपमहाद्वीप के सदियों पुराने विश्वविद्यालयों ने एशिया के विभिन्न हिस्सों और उसकी सीमाओं से भी आगे के देशों के छात्रों को अपनी ओर आर्किषत किया है। आज के आधुनिक दौर में भी हमारे विश्वविद्यालय कई देशों खासकर पड़ोसी देशों और अफ्रीका जैसे महाद्वीप, जिनके साथ हमारे विशेष संबंध रहे हैं, के प्रतिभावान युवाओं के लिए खुले हैं। यह उल्लेखनीय है कि 146 देशों से आए 46,144 विदेशी छात्र देश के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में शिक्षा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें सिम्बायोसिस बड़ी भूमिका निभा रहा है। उन्हें इस बात की खुशी है कि सिम्बायोसिस में 1,000 से ज्यादा विदेशी छात्र पढ़ रहे हैं। यह आपके सिम्बायोसिस परिसर को विविध संस्कृति और विभिन्न महानगरों की जीवन शैली से जुड़ा माहौल प्रदान करता है जो विभिन्न देशों के बीच सौहार्द को बढ़ावा दे रहा है।’’