Edited By pooja,Updated: 10 Sep, 2018 01:04 PM
एक जमाना था जब फेसबुक जैसी वेबसाइटों पर केवल हमारे जानकार या दोस्त लोग ही हमको फॉलो करते थे, जमाना धीरे-धीरे सोशल मीडिया का हो गया है।
नई दिल्ली: एक जमाना था जब फेसबुक जैसी वेबसाइटों पर केवल हमारे जानकार या दोस्त लोग ही हमको फॉलो करते थे, जमाना धीरे-धीरे सोशल मीडिया का हो गया है। अब तो फेसबुक आपके प्रोफेशनल स्टेट्स के लिए भी जरूरी हो गया है।
अब आपको वो लोग भी फॉलो करते हैं जो आपके विचारों को जानना चाहते हैं या फिर अपने विचार आपको भेजने में दिलचस्पी रखते हैं। हालांकि अभी भी वो जमाना है, जब फॉलोअर की संख्या से सोशल मीडिया समाज में अापकी लोकप्रियता का पता चलता है।
लेकिन अब बात केवल आपके लोकप्रिय होने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अब नौकरियों में कई बार ऐसे उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाने लगी है, जिसके फॉलोअर ज्यादा होते हैं। इतना ही नहीं, केवल फेसबुक के फॉलोअर ज्यादा होने पर भी आपको नौकरी का अवसर प्राप्त हो सकता है।
यह जानकारी मल्टीनेशनल कंपनी ओरेकल के निदेशक एचसीएम नीरज नारंग ने दी। कानपुर स्थित डॉ. गौर हरि सिंहानिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (जीएचएस-आईएमआर) में शनिवार को 5वीं इंटरनेशनल एचआर समिट ‘ह्यूमन सोर्स-2018’ का आयोजन हुआ।
इसमें देश और दुनिया की कई बड़ी कंपनियों के अधिकारियों ने छात्रों से संवाद किया। समिट में पहुंचे सॉफ्टवेयर और टेक्नोलॉजी क्षेत्र की मल्टीनेशनल कंपनी ओरेकल के निदेशक एचसीएम नीरज नारंग ने मल्टीनेशनल कंपनियों की भर्ती नीति में आए बदलाव की जानकारी दी।
बताया कि नौकरी के लिए आने वाले बायोडाटा की सबसे पहले कंपनी में स्क्रीनिंग की जाती है। इसमें सोशल मीडिया की भूमिका काफी अहम है। फेसबुक पर कैंडीडेट का प्रोफाइल चेक किया जाता है। उसके पोस्ट से उसके विचारों को समझने में मदद मिलती है।